1
00:00:14,098 --> 00:00:15,808
वह बहुत अंदर धँस गई है। उसे खींचो।
2
00:00:16,183 --> 00:00:18,310
मुझमें भी इतनी ताक़त नहीं है।
3
00:00:18,310 --> 00:00:21,772
यह सफ़र केवल उसका अकेले का है।
4
00:00:22,857 --> 00:00:25,067
तुम कहाँ हो, राइशान?
5
00:00:26,694 --> 00:00:28,195
अपनी बेटियों को पकड़ो और भागो!
6
00:00:30,406 --> 00:00:32,116
मुझे पता है तुम यहीं-कहीं हो!
7
00:00:34,952 --> 00:00:35,995
रुक जाओ!
8
00:00:39,749 --> 00:00:40,624
कीलिथ!
9
00:00:41,834 --> 00:00:43,627
नहीं। हाय, नहीं।
10
00:00:45,963 --> 00:00:48,549
उससे दूर रहो, वरना तुम भी
अंदर खींच लिए जाओगे।
11
00:00:49,675 --> 00:00:51,177
नहीं!
12
00:00:51,469 --> 00:00:56,515
यह रस्म करने वाला हर इंसान
एक-साथ पूरी दुनिया को अनुभव करता है।
13
00:00:56,515 --> 00:00:58,726
अगर वह उसके खिंचाव से बच नहीं पाता,
14
00:00:58,726 --> 00:01:02,646
तो इस धरती की आवाज़ें
उसकी आवाज़ को डुबा देंगी।
15
00:01:03,355 --> 00:01:06,442
कीलिथ का शरीर उसका नहीं रह जाएगा।
16
00:01:06,442 --> 00:01:08,611
दुनिया उसे वापस हासिल कर लेगी।
17
00:01:09,945 --> 00:01:11,238
नहीं!
18
00:02:23,769 --> 00:02:29,066
द लेजेंड ऑफ़ वॉक्स माकिना
19
00:02:36,740 --> 00:02:39,243
कितने दरियादिल हो जो हमारे लिए
अवशेष लेकर आए।
20
00:02:39,243 --> 00:02:41,203
फिर भी मैं इस सोच में हूँ,
21
00:02:41,829 --> 00:02:45,374
कि मुझ नाचीज़ को ढूँढ़ने के लिए
तुमने इतनी ज़हमत क्यों उठाई?
22
00:02:45,791 --> 00:02:47,293
तुम इसका जवाब बख़ूबी जानती हो।
23
00:02:47,793 --> 00:02:48,961
अच्छा, उसकी वजह से।
24
00:02:48,961 --> 00:02:51,088
पर्सी ने हमारा काफ़ी नुकसान तो किया।
25
00:02:51,547 --> 00:02:54,341
पर तुम्हें निहत्था करने के बाद
उस नुकसान की भरपाई
26
00:02:54,842 --> 00:02:56,969
तुम्हारे लाए अवशेष कर देंगे।
27
00:02:57,720 --> 00:02:59,346
बड़े दुख की बात है।
28
00:02:59,346 --> 00:03:02,558
अगर उसने बेहतर फ़ैसले लिए होते,
तो आज वह ज़िंदा होता।
29
00:03:03,142 --> 00:03:05,269
या अगर तुम उसे बचाने के लिए वहाँ होते।
30
00:03:07,646 --> 00:03:10,232
पर तुम लोग भी उसी की तरह ज़िद्दी हो।
31
00:03:13,611 --> 00:03:15,696
पर्सिवल में अविश्वसनीय प्रतिभा तो थी,
32
00:03:15,696 --> 00:03:17,114
पर दूरदर्शिता नहीं थी।
33
00:03:17,740 --> 00:03:20,534
वह इस दुनिया की सड़न को पहचान नहीं सका,
34
00:03:20,534 --> 00:03:22,828
न ही यह कि उसे जड़ से कैसे उखाड़ना है।
35
00:03:22,828 --> 00:03:25,456
हम पुरानी व्यवस्था को तोड़ सकते थे।
36
00:03:25,456 --> 00:03:29,043
व्हाइटस्टोन के लोगों को
उन ड्रैगन के खिलाफ़ एक मौका दे सकते थे।
37
00:03:29,043 --> 00:03:30,586
पर पर्सी को परवाह नहीं थी।
38
00:03:30,586 --> 00:03:33,422
उसे अपने लोगों की
तुमसे कहीं ज़्यादा परवाह थी।
39
00:03:33,422 --> 00:03:36,133
मुझे यकीन है उसने तुमसे यही कहा होगा।
40
00:03:36,133 --> 00:03:38,510
पर मैं एक कहीं मतलबी आदमी को जानती थी।
41
00:03:38,510 --> 00:03:42,556
जब उसे एहसास हुआ कि उसके हथियार
ऑर्थैक्स को आत्माओं से पोषित करेंगे,
42
00:03:42,556 --> 00:03:44,516
उससे यह बर्दाश्त नहीं हुआ।
43
00:03:44,850 --> 00:03:47,102
उसे अपने अहं की कुर्बानी देने के बजाय
44
00:03:47,102 --> 00:03:49,229
लोगों को मौत के घाट उतने देना गवारा था।
45
00:03:50,689 --> 00:03:51,941
साली कमीनी!
46
00:03:52,566 --> 00:03:54,234
कोई दिक्कत है, जान?
47
00:03:54,568 --> 00:03:56,487
बहना, ऐसा मत करना।
48
00:03:57,529 --> 00:03:58,864
मुझे इजाज़त दो।
49
00:04:12,795 --> 00:04:14,964
ऊर्जा की रेखाओं का खिंचाव बहुत ज़्यादा है।
50
00:04:14,964 --> 00:04:17,508
मिट्टी उसे निगल रही है।
51
00:04:17,508 --> 00:04:19,802
कीलिथ, उससे लड़ो। उसका मुकाबला करो!
52
00:04:32,731 --> 00:04:34,316
तुम परिषद के खिलाफ़ खड़ी हुई।
53
00:04:34,316 --> 00:04:37,820
उसी तरह डटी रहो, तूफ़ान में पेड़ की तरह।
54
00:04:56,005 --> 00:04:57,172
यह काम नहीं कर रहा।
55
00:04:57,172 --> 00:04:58,757
कोई चीज़ उसे रोक रही है।
56
00:04:58,757 --> 00:04:59,925
वह क्या है?
57
00:05:01,385 --> 00:05:04,096
वह अपने अर्थ परीक्षणों में
ज़्यादा आगे नहीं बढ़ी है।
58
00:05:04,096 --> 00:05:06,515
- हम कुछ नहीं...
- तुमने उसमें कुछ देखा था।
59
00:05:06,515 --> 00:05:08,559
उसने तुम्हें विश्वास दिलाया।
60
00:05:08,559 --> 00:05:10,227
उस पर भरोसा करना मत छोड़ो।
61
00:05:10,686 --> 00:05:13,605
एक हल है, पर वह बेहद ख़तरनाक है।
62
00:05:15,107 --> 00:05:16,316
मेरी बात सुनो, कीलिथ।
63
00:05:16,316 --> 00:05:18,694
दुनिया के खिंचाव का विरोध मत करो।
64
00:05:18,694 --> 00:05:20,195
उसे स्वीकार कर लो।
65
00:05:20,195 --> 00:05:22,781
लेकिन... तुमने कहा था
कि इसे उसका विरोध करना होगा।
66
00:05:22,781 --> 00:05:25,576
प्राचीन वृक्षों की जड़ें
विशाल और स्थापित होती हैं।
67
00:05:25,576 --> 00:05:29,663
तुम अपने बंधन की डोर को ढूँढ़ने के लिए
नीचे के भँवर को टटोलना होगा।
68
00:05:29,663 --> 00:05:32,458
दुनिया की वे चीज़ें
जो तुम्हें ताक़त देती हैं।
69
00:05:32,458 --> 00:05:34,293
जिन पर तुम भरोसा करती हो।
70
00:05:39,798 --> 00:05:42,634
मैं नहीं... मुझे नहीं मिल रहा...
71
00:05:43,510 --> 00:05:44,344
रुको।
72
00:05:46,597 --> 00:05:47,931
शायद...
73
00:05:52,019 --> 00:05:54,730
मैं अशारी का अपमान नहीं करूँगी!
74
00:05:54,730 --> 00:05:56,398
फायर अशारी शायद मुसीबत में हो।
75
00:05:56,398 --> 00:05:58,817
तो उन्हें उससे ख़ुद की निपटना होगा।
76
00:06:01,278 --> 00:06:03,405
अब ख़ुद को उनसे जोड़ो।
77
00:06:04,156 --> 00:06:05,908
जब भी मैंने अपनी आवाज़ उठाई,
78
00:06:05,908 --> 00:06:08,035
मुझसे सवाल किए गए, मुझे नकारा गया।
79
00:06:08,035 --> 00:06:10,162
मेरे अपने ही दल ने।
80
00:06:15,959 --> 00:06:17,503
वह लगभग जा चुकी है।
81
00:06:17,503 --> 00:06:19,171
उसे रोको मत।
82
00:06:19,171 --> 00:06:21,799
कोई तो होगा जो तुम्हें ताक़त देता है।
83
00:06:22,216 --> 00:06:24,635
जो तुम्हें ख़ुद पर भरोसा दिलाता है।
84
00:06:32,392 --> 00:06:33,685
मुझसे नहीं हो रहा।
85
00:06:36,188 --> 00:06:37,356
मेरी बच्ची,
86
00:06:37,356 --> 00:06:40,901
किसी और पर भरोसा करना
हमारे लिए सबसे मुश्किल काम होता है।
87
00:06:40,901 --> 00:06:44,863
अगर वहाँ प्यार है, तो वह तुम्हारे
अंदाज़े से कहीं नायाब होता है।
88
00:06:45,739 --> 00:06:47,741
साथ बिताए पल एक-दूसरे से
89
00:06:47,741 --> 00:06:50,119
जुदा होने के दर्द से बढ़कर होते हैं।
90
00:06:50,410 --> 00:06:54,039
उसके आगे घुटने टेक दो, ख़ुद को उससे बाँधो।
91
00:06:54,039 --> 00:06:55,124
प्लीज़।
92
00:07:18,272 --> 00:07:19,314
पापा? वैक्स?
93
00:07:24,862 --> 00:07:26,989
तुम जानते हो न
कि मैं तुमसे प्यार करती हूँ?
94
00:07:40,127 --> 00:07:41,253
नहीं!
95
00:07:41,253 --> 00:07:43,505
नहीं, कीलिथ!
96
00:07:57,811 --> 00:07:58,937
यह क्या हो रहा है?
97
00:08:13,160 --> 00:08:14,453
उसने कर दिखाया!
98
00:08:14,453 --> 00:08:15,704
अभी नहीं।
99
00:08:15,704 --> 00:08:19,249
तुम वह अक्ष हो
जिसके चारों ओर तत्वों का प्रवाह है।
100
00:08:19,249 --> 00:08:21,168
नदी के मंथन के बीच खड़ी चट्टान।
101
00:08:21,168 --> 00:08:23,295
दुनिया के दूसरे छोर तक हाथ बढ़ाओ।
102
00:08:23,295 --> 00:08:24,838
अपने निशाने को महसूस करो।
103
00:08:32,888 --> 00:08:36,225
रेत और पत्थर से होते हुए,
जड़ का अनुसरण करो।
104
00:08:36,767 --> 00:08:38,060
उसे स्रोत के पास ले जाओ।
105
00:08:39,686 --> 00:08:41,772
उसे राइशान के पास ले जाओ।
106
00:08:50,697 --> 00:08:52,532
वाह। कमाल का जादू था।
107
00:08:52,532 --> 00:08:53,450
जादू?
108
00:08:53,450 --> 00:08:55,869
यह एक बेहद ही मुश्किल इंद्रजाल है।
109
00:08:55,869 --> 00:08:57,162
मुझे एक दशक लग गया...
110
00:09:04,795 --> 00:09:05,629
धत् तेरे की।
111
00:09:06,964 --> 00:09:09,049
अब मैं हिल सकता हूँ?
112
00:09:09,508 --> 00:09:11,510
क्या? हाँ, तुम हिल सकते हो, दोस्त।
113
00:09:11,510 --> 00:09:13,428
मेरा मतलब यह नहीं था कि वैसे ही रहो।
114
00:09:13,428 --> 00:09:15,764
तुमसे मिलकर अच्छा लगा, पेशाब करना है। हटो!
115
00:09:17,307 --> 00:09:19,351
हाय दैय्या, इनकी हालत ख़राब लग रही है।
116
00:09:20,310 --> 00:09:21,311
मैं क्या करूँ?
117
00:09:22,271 --> 00:09:24,856
ख़ैर, तुम बस... उससे बात कर सकती हो।
118
00:09:30,195 --> 00:09:31,029
हम ज़रा...
119
00:09:36,201 --> 00:09:37,577
हैलो।
120
00:09:37,577 --> 00:09:39,413
आप ज़्यादा बक-बक नहीं कर रहे,
121
00:09:39,413 --> 00:09:41,373
जो निश्चित रूप से सुधार है।
122
00:09:43,041 --> 00:09:44,793
हमें देखिए, हाँ?
123
00:09:44,793 --> 00:09:45,794
दोनों नाजायज़।
124
00:09:47,045 --> 00:09:48,880
शायद हमारे बीच एक चीज़ समान है।
125
00:09:51,591 --> 00:09:54,303
सुनिए, मैं जानती हूँ
कि मैंने आप पर बहुत सख़्ती बरती।
126
00:09:54,845 --> 00:09:55,929
आप कुछ के लायक थे।
127
00:09:56,471 --> 00:09:57,347
लेकिन...
128
00:09:57,347 --> 00:09:59,683
कुछ दफ़ा मैंने डर की वजह से बेअदबी की,
129
00:09:59,683 --> 00:10:00,851
अपने बाप की तरह।
130
00:10:04,896 --> 00:10:06,356
सोचा अगर मुझे जानेंगे नहीं,
131
00:10:07,149 --> 00:10:09,067
तो आप मुझसे निराश भी नहीं होंगे...
132
00:10:10,027 --> 00:10:11,486
और फिर मुझसे दूर नहीं जाएँगे।
133
00:10:14,781 --> 00:10:17,492
सच तो यह है कि आपका
मुझे ढूँढ़ते हुए एंक' हरेल आना,
134
00:10:17,492 --> 00:10:20,370
आज तक किसी ने मेरे लिए
इससे प्यारी चीज़ नहीं की थी।
135
00:10:21,913 --> 00:10:24,082
यह जानना कि कोई
मेरे बारे में सोच रहा था...
136
00:10:24,875 --> 00:10:27,461
मुझे बस उसी की ज़रूरत थी।
137
00:10:28,712 --> 00:10:32,424
और उम्मीद है कि आपको भी
अभी इसी की ज़रूरत होगी।
138
00:10:33,342 --> 00:10:34,801
क्योंकि मैं अक्सर आपके
139
00:10:35,510 --> 00:10:36,595
बारे में सोचती हूँ।
140
00:10:38,096 --> 00:10:39,431
आपको याद करती हूँ... पापा।
141
00:10:42,100 --> 00:10:42,934
सच में?
142
00:11:16,426 --> 00:11:17,719
कौन नेतृत्व कर रहा है?
143
00:11:18,512 --> 00:11:20,347
तुम बहुत बेकार डांस पार्टनर हो।
144
00:11:20,680 --> 00:11:21,515
अच्छा?
145
00:11:24,351 --> 00:11:26,728
जब वे गोलियाँ भरेंगे,
तो दौड़कर धनुष ले आऊँगी।
146
00:11:27,145 --> 00:11:29,064
- वैक्स?
- हाँ, मैंने सुन लिया।
147
00:11:31,274 --> 00:11:32,192
तैयार हो?
148
00:11:32,609 --> 00:11:33,568
ज़्यादा नहीं।
149
00:11:46,540 --> 00:11:47,374
धत् तेरे की!
150
00:11:50,168 --> 00:11:51,420
- अलग-अलग जाएँ?
- ठीक है।
151
00:11:53,088 --> 00:11:54,548
उन्हें देखते ही गोली मार दो।
152
00:12:04,599 --> 00:12:07,018
तुम कितने लोग हो?
153
00:12:25,996 --> 00:12:27,831
स्टबी, बचाकर!
154
00:12:38,675 --> 00:12:40,469
मैडम, रुकिए। आप पीपों पर मार देंगी।
155
00:12:40,469 --> 00:12:41,845
मुझे पता है।
156
00:12:49,561 --> 00:12:51,104
जहाज़ में पानी भर रहा है!
157
00:12:51,521 --> 00:12:52,647
लंबी नावों को लोड करो।
158
00:13:03,909 --> 00:13:05,243
मेरे पास शब्द नहीं हैं।
159
00:13:05,994 --> 00:13:08,205
काश तुम्हारी माँ आज यहाँ होतीं।
160
00:13:09,164 --> 00:13:11,458
कितना कुछ था जो मैं...
161
00:13:12,125 --> 00:13:14,711
समझ नहीं आया मैं कहाँ रुकी
और दुनिया कहाँ शुरू हुई।
162
00:13:15,420 --> 00:13:19,049
जब तक मुझे वे लोग याद नहीं आए
जिनकी वजह से मैं यहाँ हूँ।
163
00:13:19,591 --> 00:13:20,425
शुक्रिया।
164
00:13:20,842 --> 00:13:23,261
तुमने अपने समुदाय को गौरव दिलाया, कीलिथ।
165
00:13:23,720 --> 00:13:25,972
और... तुम्हें वह ड्रैगन मिली?
166
00:13:25,972 --> 00:13:26,932
हाँ।
167
00:13:27,474 --> 00:13:29,184
मुझे बाकियों को संदेश पहुँचाना है।
168
00:13:29,184 --> 00:13:31,895
- आपके पास कोई यान है या...
- मेरी बच्ची,
169
00:13:31,895 --> 00:13:34,314
धरती सिर्फ़ हमसे बात नहीं करती है।
170
00:13:34,314 --> 00:13:36,066
वह सुन भी सकती है।
171
00:13:36,691 --> 00:13:38,360
तुम किस तक पहुँचना चाहती हो?
172
00:13:43,657 --> 00:13:47,827
ध्यान से, स्कैनलैन।
पक्का मैं तुम्हारे लिए खाना चबा नहीं सकता?
173
00:13:47,827 --> 00:13:50,080
मेरे ख़्याल से मैं ठीक हूँ।
174
00:13:51,164 --> 00:13:52,374
ठीक से कहीं बेहतर।
175
00:13:52,832 --> 00:13:55,377
फिर से शुक्रिया, पाइक।
मेरा साथ देने के लिए।
176
00:13:56,169 --> 00:13:59,631
पता है, मुझे लगता है
कि चीज़ें अब सामान्य होने वाली हैं...
177
00:13:59,631 --> 00:14:01,758
हाय, यह क्या है?
178
00:14:05,095 --> 00:14:06,388
वे मुझे सुन सकते हैं?
179
00:14:06,513 --> 00:14:07,973
कीलिथ?
180
00:14:08,098 --> 00:14:10,642
मतलब, सिग्नल उतना अच्छा नहीं है, तो...
181
00:14:10,642 --> 00:14:12,811
स्कैनलैन, पाइक, ग्रॉग।
182
00:14:12,811 --> 00:14:16,314
ज़ेफ्राह आ जाओ। यह ज़रूरी है। प्लीज़।
183
00:14:18,775 --> 00:14:21,319
ज़ेफ्राह?
तुम्हें लगता है उसे कुछ मिला होगा?
184
00:14:22,279 --> 00:14:24,197
फ़र्क नहीं पड़ता। मैं यहीं रहूँगा।
185
00:14:24,197 --> 00:14:25,490
हरगिज़ नहीं।
186
00:14:25,865 --> 00:14:27,200
तुम्हें फिर नहीं छोड़ूँगा।
187
00:14:27,200 --> 00:14:28,577
सुनिए, बूढ़े बापू।
188
00:14:29,077 --> 00:14:31,746
इन अजीबोगरीब लोगों के प्रति
आपकी वफ़ादारी प्यारी है।
189
00:14:32,080 --> 00:14:32,914
उसे छोड़ना मत।
190
00:14:32,914 --> 00:14:34,416
- पर...
- पर कुछ नहीं।
191
00:14:34,416 --> 00:14:36,126
जाइए, दुनिया को बचाइए।
192
00:14:36,751 --> 00:14:38,211
वह होने पर मैं यहीं मिलूँगी।
193
00:14:38,795 --> 00:14:41,381
वैसे भी, मुझे एक गाना सीखना है।
194
00:14:47,679 --> 00:14:49,389
- जहाज़ को छोड़ो!
- कूदो!
195
00:14:50,557 --> 00:14:51,891
यह डूब रहा है!
196
00:14:53,351 --> 00:14:54,728
तुम क्या कर रहे हो?
197
00:14:55,186 --> 00:14:56,605
मेरे बाकी के हथियार डालो।
198
00:14:56,605 --> 00:14:58,940
हमारे और इन पेटियों के लिए
काफ़ी जगह नहीं है।
199
00:15:01,151 --> 00:15:02,444
अब जगह बन गई।
200
00:15:02,444 --> 00:15:03,445
ओए!
201
00:15:06,698 --> 00:15:08,241
शाबाश, ऑर्थैक्स।
202
00:15:08,241 --> 00:15:10,994
अब इन घुसपैठियों को
समंदर के अंदर भेज दोगे?
203
00:15:10,994 --> 00:15:12,621
ख़ुशी-ख़ुशी।
204
00:15:17,709 --> 00:15:19,252
हमारे पीछे!
205
00:15:32,182 --> 00:15:33,391
बचाओ!
206
00:15:34,476 --> 00:15:36,102
प्लीज़, मेरी मदद करो!
207
00:15:36,102 --> 00:15:37,354
पर्सी?
208
00:16:20,939 --> 00:16:22,565
सब ख़त्म हो गया।
209
00:16:22,565 --> 00:16:23,858
अभी तक नहीं।
210
00:16:28,113 --> 00:16:30,073
आख़िर तक घमंड नहीं टूटा।
211
00:16:31,241 --> 00:16:32,158
मुझे बस कुछ...
212
00:16:33,326 --> 00:16:35,036
ऐसा पता है जो तुम्हें नहीं पता।
213
00:17:05,567 --> 00:17:07,110
मेरा काम
214
00:17:07,110 --> 00:17:09,988
इस दुनिया को और महफ़ूज़ बनाता।
215
00:17:10,488 --> 00:17:11,698
बेहतर भी।
216
00:17:12,574 --> 00:17:15,160
अगर पर्सी ज़िंदा होता,
तो ही दुनिया बेहतर होती।
217
00:17:29,716 --> 00:17:31,050
वैक्स? चलो।
218
00:17:46,566 --> 00:17:48,902
कम से कम इस पर हम दोनों के लिए जगह है।
219
00:17:48,902 --> 00:17:49,819
शायद।
220
00:17:50,487 --> 00:17:51,654
पर देखो मुझे क्या मिला।
221
00:18:14,511 --> 00:18:15,678
ख़ैर, हमने कर दिखाया।
222
00:18:16,888 --> 00:18:18,932
बाकियों को यहाँ होना चाहिए था।
223
00:18:20,600 --> 00:18:21,768
मैं तुम्हें चाहती हूँ।
224
00:18:22,519 --> 00:18:24,854
पर उनकी याद भी आ रही है। उन सबकी।
225
00:18:30,902 --> 00:18:33,029
उसे रिप्ली के साथ ही डूबने देना चाहिए था।
226
00:18:34,113 --> 00:18:35,824
मुझे नहीं लगता, बहना।
227
00:18:36,533 --> 00:18:37,909
पता नहीं मैने वह कैसे सुना।
228
00:18:37,909 --> 00:18:39,494
शायद मेट्रेन की शक्तियों से,
229
00:18:39,494 --> 00:18:42,205
पर इस हथियार से पर्सी की आवाज़ आई थी।
230
00:18:42,664 --> 00:18:43,915
मेरी समझ में नहीं आ रहा।
231
00:18:43,915 --> 00:18:45,834
शायद मैं पागल हो रहा हूँ, पर...
232
00:18:45,834 --> 00:18:48,419
क्या ऐसा हो सकता है कि ऑर्थैक्स के शिकार,
233
00:18:48,419 --> 00:18:50,713
पर्सी की आत्मा, किसी तरह से...
234
00:18:54,843 --> 00:18:56,177
इसमें क़ैद हों।
235
00:18:59,639 --> 00:19:00,723
नहीं।
236
00:19:01,307 --> 00:19:03,518
नहीं, मुझे कोई उम्मीद मत दो।
237
00:19:03,518 --> 00:19:04,435
बहना...
238
00:19:07,355 --> 00:19:08,648
मैं ऐसा न करता अगर...
239
00:19:08,648 --> 00:19:10,650
अच्छा, अब यह क्या है?
240
00:19:12,235 --> 00:19:14,487
वेक्स? वैक्स!
241
00:19:14,487 --> 00:19:15,405
कीलिथ?
242
00:19:25,748 --> 00:19:27,083
क्या हम मुसीबत में हैं?
243
00:19:27,083 --> 00:19:28,334
हमेशा ही नहीं होते?
244
00:19:35,550 --> 00:19:36,467
हमने...
245
00:19:37,176 --> 00:19:39,095
- हमने रिप्ली को मार डाला।
- मैंने देखा।
246
00:19:40,388 --> 00:19:44,058
- मुझे तुम सबसे माफ़ी माँगनी है।
- कीकी, जो हुआ उसके लिए माफ़ करना।
247
00:19:44,058 --> 00:19:45,435
मुझे रुकना चाहिए था।
248
00:19:45,435 --> 00:19:47,645
इतना कुछ कहना था पर डर लग रहा था।
249
00:19:48,688 --> 00:19:50,607
उसका इलाका है। पहले वह बोलेगी।
250
00:19:51,774 --> 00:19:53,109
ज़रूर।
251
00:19:53,109 --> 00:19:55,737
दोस्तो। मैं तुम लोगों से तबसे
252
00:19:55,737 --> 00:19:58,156
मेरी बात सुनने की गुज़ारिश कर रही थी।
253
00:19:58,156 --> 00:19:59,574
मुझ पर भरोसा करने की।
254
00:20:00,283 --> 00:20:03,244
पर सच तो यह है कि पहले
मुझे ख़ुद पर भरोसा करना था।
255
00:20:04,120 --> 00:20:05,371
और अब मैं करती हूँ।
256
00:20:06,122 --> 00:20:08,374
तुम लोगों ने मुझे वह ताक़त दी।
257
00:20:08,499 --> 00:20:10,543
एक दल यही करता है।
258
00:20:11,210 --> 00:20:14,255
और भले ही मुझे उस वक़्त
भागना नहीं चाहिए था...
259
00:20:14,255 --> 00:20:17,800
मुझे यह समझने के लिए जाना पड़ा
कि मुझे तुम सबकी कितनी ज़रूरत है।
260
00:20:18,843 --> 00:20:22,013
ख़ासकर तुम्हारी, वैक्स। क्योंकि...
261
00:20:23,431 --> 00:20:25,224
मैं तुमसे प्यार करती हूँ।
262
00:20:29,312 --> 00:20:31,773
अब, तुम क्या कहने वाले थे?
263
00:20:32,315 --> 00:20:35,276
मुझे... याद... नहीं...
264
00:20:36,277 --> 00:20:38,154
लफ़्ज़ दिमाग़ में नहीं आ रहे...
265
00:20:39,322 --> 00:20:41,616
कीलिथ बेहतर बोल रही थी।
266
00:20:43,493 --> 00:20:44,327
बेवकूफ़।
267
00:20:44,994 --> 00:20:46,162
धत् तेरे की।
268
00:20:46,162 --> 00:20:49,374
अब जो हम फिर से एक दल हैं,
इस मसले को ख़त्म करेंगे या नहीं?
269
00:20:49,374 --> 00:20:52,460
एक और ड्रैगन। एक आखिरी कदम।
270
00:20:52,585 --> 00:20:55,171
और इस बार, हम तुम्हारे हिसाब से चलेंगे।
271
00:20:55,922 --> 00:20:58,257
तुम्हारे पास उसका ठिकाना है?
272
00:20:59,968 --> 00:21:01,386
बिल्कुल है।
273
00:21:09,769 --> 00:21:11,813
स्वागत करने के लिए कोई नहीं है?
274
00:21:11,813 --> 00:21:14,190
लोगों की तमीज़ कहाँ गई?
275
00:21:24,325 --> 00:21:25,702
हे भगवान।
276
00:21:25,702 --> 00:21:27,662
क्या वह एक ज़िग्गुरट है?
277
00:21:28,746 --> 00:21:30,498
मुझे कोमा में ही रहना चाहिए था।
278
00:21:35,712 --> 00:21:37,880
मैंने मिट्टी के ज़रिए राइशान को देखा था,
279
00:21:37,880 --> 00:21:40,425
किसी रस्म की तैयारी करते हुए।
280
00:21:43,720 --> 00:21:44,887
एक और बंद गली।
281
00:21:46,305 --> 00:21:48,433
यहाँ कोई नहीं है। वह भाग तो नहीं गई?
282
00:21:49,183 --> 00:21:51,310
वह यहीं-कहीं है।
283
00:22:08,453 --> 00:22:11,164
तुम्हारी हालत तो ख़राब लग रही है, राइशान।
284
00:22:11,789 --> 00:22:13,541
चेहरे पर हवाइयाँ भी उड़ी हुई हैं।
285
00:22:13,833 --> 00:22:16,169
इस लड़की ने मुझे ढूँढ़ लिया।
286
00:22:16,169 --> 00:22:18,087
जैसा मैंने उम्मीद की थी।
287
00:22:18,087 --> 00:22:21,549
तुम्हें समझना कितना आसान है। भेड़ की तरह।
288
00:22:23,968 --> 00:22:26,596
तुम जो भी कर रही हो,
उसमें कामयाब नहीं हो पाओगी...
289
00:22:26,596 --> 00:22:30,725
लड़की, मैं सदियों से ज़िंदा रहती आई हूँ।
290
00:22:30,725 --> 00:22:34,103
तुम्हें ज़रा भी अंदाज़ा नहीं है
कि मैं क्या कुछ कर सकती हूँ।
291
00:22:34,103 --> 00:22:36,105
पर अब मैं कमज़ोर हो रही हूँ।
292
00:22:36,105 --> 00:22:39,859
तो अब ख़ुद को रोकने का कोई फ़ायदा नहीं है।
293
00:22:39,859 --> 00:22:43,488
तुम्हारे और...
न ही तुम्हारे दोस्तों के खिलाफ़।
294
00:22:53,915 --> 00:22:55,291
नीचे झुको!
295
00:23:00,755 --> 00:23:02,882
यह लगभग ख़त्म हो चुका है,
296
00:23:02,882 --> 00:23:05,927
वायु अशारी की कीलिथ।
297
00:23:06,302 --> 00:23:07,970
तुम्हारे लोगों ने मुझे श्राप दिया
298
00:23:07,970 --> 00:23:10,973
तो उन्हें अंदाज़ा न था
कि उन्होंने क्या जगाया है।
299
00:23:17,730 --> 00:23:18,689
नहीं!
300
00:23:19,065 --> 00:23:21,234
मैं अपने दुखों का बदला लूँगी
301
00:23:21,234 --> 00:23:23,402
और तुम्हारे लोगों का अस्तित्व मिटा दूँगी।
302
00:23:31,285 --> 00:23:33,955
बस एक ही चीज़ बची है।
303
00:23:33,955 --> 00:23:36,332
हाँ। तुम्हारी मौत।
304
00:23:56,018 --> 00:23:57,645
देखा?
305
00:24:02,483 --> 00:24:07,155
तुम्हें समझना कितना आसान है।
बलि के लिए आती भेड़ की तरह।
306
00:24:51,490 --> 00:24:53,492
संवाद अनुवादक श्रुति शुक्ला
307
00:24:53,492 --> 00:24:55,578
{\an8}रचनात्मक पर्यवेक्षक
अशोक बक्षी