1 00:01:49,610 --> 00:01:54,530 {\an8}हमें एक घोड़ा चाहिए 2 00:02:27,980 --> 00:02:30,770 जोर लगा के... 3 00:02:34,400 --> 00:02:36,650 एनार! एनार रूक जाओ। 4 00:02:37,860 --> 00:02:40,410 थोड़ा और खोदकर इसकी जड़ें काट देते हैं। 5 00:02:40,990 --> 00:02:42,660 ये इस तरह बाहर नहीं आयेगा। 6 00:02:50,120 --> 00:02:51,750 ये अब भी नहीं निकलेगा। 7 00:03:01,640 --> 00:03:03,930 हइशा। 8 00:03:13,860 --> 00:03:18,030 हमें एक घोड़ा चाहिए। उसके बिना काम नहीं होगा। 9 00:03:18,990 --> 00:03:22,180 उन्होंने हमें लकड़ी खींचने के लिए एक दिया है तो 10 00:03:22,260 --> 00:03:24,740 पता नहीं ज़मीन तैयार करने के लिए क्यों नहीं दिया? 11 00:03:24,950 --> 00:03:27,290 बात कुछ समझ नहीं आ रही। 12 00:03:27,370 --> 00:03:29,580 उन्होंने हमें घोड़ा नहीं दिया था। 13 00:03:30,160 --> 00:03:33,130 वो सेवकों का काम था जो उन्होंने ज़बरदस्ती हमसे करवाया। 14 00:03:35,170 --> 00:03:36,750 अब क्या करना चाहते हो एनार? 15 00:03:36,960 --> 00:03:40,300 क्या कुछ और पेड़ काट लें ज़मीन तैयार करने से पहले? 16 00:03:42,680 --> 00:03:46,100 नहीं, मैं पहले सेवकों से एक बार फिर बात करूँगा। 17 00:03:46,310 --> 00:03:48,100 वैसे कोई फ़ायदा तो है नहीं। 18 00:03:49,600 --> 00:03:51,310 तुम लोगों को एक बार में बात समझ में 19 00:03:51,390 --> 00:03:54,730 नहीं आती है क्या। जब कह दिया कि नहीं मिलेगा, तो नहीं मिलेगा। 20 00:03:54,810 --> 00:03:58,570 लेकिन हम, पाटेर से मंज़ूरी लेकर ही यहाँ पर आये है। 21 00:03:58,650 --> 00:04:00,440 पाटेर से? 22 00:04:01,030 --> 00:04:02,950 वही जो पहले ग़ुलाम था? 23 00:04:03,030 --> 00:04:04,740 उसने कहा हो तो भी नहीं मिलेगा। 24 00:04:04,820 --> 00:04:06,620 हमारे घोड़े दूसरे काम के लिए हैं। 25 00:04:07,200 --> 00:04:08,740 तुम्हारे फ़ालतू काम के लिए नहीं हैं। 26 00:04:12,290 --> 00:04:17,090 अब यहाँ से जाओ ग़ुलामों, बड़बड़ करके अपना वक़्त ज़ाया मत करो। 27 00:04:17,170 --> 00:04:18,420 जंगल में वापस जाओ। 28 00:04:18,710 --> 00:04:19,630 कैसे है आप? 29 00:04:20,510 --> 00:04:24,760 क्या बात है? मुझे सिर्फ़ एक की ही आवाज़ सुनाई दे रही है। 30 00:04:24,840 --> 00:04:28,470 लगता है इस बड़े वाले की अकड़ अब तक गई नहीं है। 31 00:04:29,010 --> 00:04:31,520 सुनों, हम घोड़ा लेकर जा रहे हैं। 32 00:04:31,600 --> 00:04:32,810 ठीक है। 33 00:04:35,980 --> 00:04:41,690 अब समझ आया, असलियत तो ये है कि तुम ग़ुलाम जानवरों से बिलकुल अलग नहीं हो। 34 00:04:42,860 --> 00:04:44,570 बस ज़रा सी ज़मीन मिल गई 35 00:04:44,660 --> 00:04:48,240 पेड़ काटकर खेत बनाने के लिए तो इतनी अकड़ आ गई तुममें। 36 00:04:50,490 --> 00:04:53,660 अपने हट्टे-कट्टे शरीर से कुछ मेहनत करो। 37 00:04:57,500 --> 00:04:59,920 उसे तो मैं किसी हालत में छोड़ने वाला नहीं हूं। 38 00:05:00,000 --> 00:05:02,010 हमें सीधा मालिक से ही बात करनी होगी। 39 00:05:02,210 --> 00:05:03,970 एक घोड़े का भी इंतजाम करना होगा। 40 00:05:04,050 --> 00:05:07,680 सिर्फ़ लकड़ी हटाने के लिए नहीं, ज़मीन तैयार करने के लिए भी। 41 00:05:07,760 --> 00:05:11,060 उनके परेशान करने से, मैं चुप नहीं बैठूंगा। 42 00:05:12,020 --> 00:05:15,890 लेकिन, मालिक के कहने अगर इन्हें हमें घोड़ा देना पड़ गया, 43 00:05:16,100 --> 00:05:18,440 तो इनका ग़ुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच जाएगा। 44 00:05:18,980 --> 00:05:21,070 फिर ये हमसे और ज़्यादा नफ़रत करेंगे। 45 00:05:21,150 --> 00:05:25,070 फिर करें तो क्या करें? सारा काम ख़ुद ही करते रहेंगे क्या? 46 00:05:25,240 --> 00:05:29,070 ऐसा ही चलता रहा तो पता नहीं अपनी खेती शुरू करने में हमें कितने साल लग जाएँगे। 47 00:05:29,870 --> 00:05:31,740 जंगल बहुत फैला हुआ है। 48 00:05:31,830 --> 00:05:35,460 अपनी खेती शुरू करने से पहले क्यों न कुछ और पेड़ों को काटकर हटा दें? 49 00:05:36,000 --> 00:05:38,540 फिलहाल तो उस जमीन पर खेती करना नामुमकिन है। 50 00:05:42,920 --> 00:05:44,050 Thorfinn! 51 00:05:44,670 --> 00:05:47,720 तुम्हारे अंदर कुछ कर दिखाने का जोश क्यों नहीं दिख रहा मुझे? 52 00:05:47,930 --> 00:05:49,850 क्या तुम आज़ाद नहीं होना चाहते हो? 53 00:05:49,930 --> 00:05:52,760 चाहे जो भी हो जाए, हम फ़सल उगाकर ही रहेंगे। 54 00:05:52,850 --> 00:05:57,020 फिर उसे मालिक को बेचने के बाद, हम उनसे अपनी आज़ादी ख़रीद लेंगे। 55 00:05:57,100 --> 00:06:00,610 और इसीलिए, हमें उन घोड़े की ज़रूरत है। 56 00:06:02,860 --> 00:06:07,150 तुम्हें कभी भरपेट खाना नहीं मिलता, फिर भी इतना जोश है तुम्हारे अंदर। 57 00:06:07,240 --> 00:06:10,820 हाँ बिलकुल है, लेकिन तुममें तो रत्ती भर भी जोश नहीं है। 58 00:06:12,240 --> 00:06:14,540 समझ गया मुझे क्या करना होगा। 59 00:06:20,040 --> 00:06:22,170 अरे फिर से ये दर्द... 60 00:06:24,960 --> 00:06:26,010 अरे... 61 00:06:30,640 --> 00:06:33,560 क्या कर रहे हो? ज़रा इधर आओ। जल्दी। 62 00:06:33,640 --> 00:06:36,600 मैं तुमसे चिल्ला कर बात नहीं कर सकता। 63 00:06:38,270 --> 00:06:39,980 मुँडेरों पर पाँव मत रखना। 64 00:06:46,650 --> 00:06:50,570 जी कहिये, क्या आपको हम दोनों की मदद की जरुरत हैं? 65 00:06:50,820 --> 00:06:52,200 तुम्हारे नाम क्या हैं? 66 00:06:52,490 --> 00:06:54,540 जी मेरा नाम, एनार है। 67 00:06:54,830 --> 00:06:55,990 और मैं हूँ थॉरफिन। 68 00:06:56,660 --> 00:06:57,960 मैं दे दूँ तुम्हें? 69 00:06:58,040 --> 00:06:58,940 क्या? 70 00:06:59,410 --> 00:07:02,460 घोड़ा चाहिए न? कहो तो दे दूँ? 71 00:07:07,590 --> 00:07:11,300 हाँ बिलकुल-बिलकुल, आपने तो मेरे मन की बात ही पढ़ ली। 72 00:07:12,510 --> 00:07:15,430 हमारी तो बहुत ही मदद हो जाएगी। 73 00:07:16,140 --> 00:07:17,850 आपका शुक्रिया। 74 00:07:17,930 --> 00:07:22,520 माफ़ी चाहता हूँ, लेकिन, मैंने आपको पहचाना नहीं? 75 00:07:36,790 --> 00:07:38,870 मेरी पीठ में दर्द हो रहा है। 76 00:07:46,460 --> 00:07:50,380 हम आपको, क्या कहें...दादाजी? 77 00:07:50,470 --> 00:07:52,220 मेरा नाम है सवेर्कल। 78 00:07:52,300 --> 00:07:54,640 तुम सवेर्कलजी कह सकते हो। 79 00:07:55,350 --> 00:07:59,770 अच्छा सवेर्कलजी, हमें कितनी देर तक पत्थर निकालने होंगे? 80 00:07:59,850 --> 00:08:01,770 जब तक पत्थर ख़त्म न हो जाएँ। 81 00:08:02,600 --> 00:08:04,860 जल्दी करो। हाथ क्यों रोक दिए? 82 00:08:05,020 --> 00:08:06,570 मैं माफ़ी चाहता हूं। 83 00:08:11,240 --> 00:08:12,910 बढ़िया काम कर रहे हो। 84 00:08:14,160 --> 00:08:16,530 अरे सुनिए, सवेर्कलजी! 85 00:08:16,620 --> 00:08:19,870 आपने कहा था न आप हमें अपना घोड़ा उधार दे देंगे तो... 86 00:08:19,950 --> 00:08:21,710 पहले ये टोकरी लेकर आओ। 87 00:08:29,340 --> 00:08:32,300 आग जलाने के लिए लकड़ियाँ कट जाएँ तो थोड़ा पानी भर लाना। 88 00:08:32,380 --> 00:08:33,380 जल्दी करो। 89 00:08:39,810 --> 00:08:42,140 वो हमारी मजबूरी का फ़ायदा उठा रहे है। 90 00:08:42,640 --> 00:08:44,980 हमारे पास इन सब के लिए वक़्त नहीं है। 91 00:08:45,940 --> 00:08:50,480 क्या ये बूढ़ा आदमी, इस घर में, अकेला रहता होगा? 92 00:08:52,190 --> 00:08:55,110 क्या पता? मैं भी इससे पहली बार ही मिला हूं। 93 00:08:56,780 --> 00:08:58,990 कहीं ऐसा तो नहीं कि ये मुफ़्त में 94 00:08:59,330 --> 00:09:03,870 हमसे काम करवा के हमें उल्लू बनाने की फिराक में हो? क्योंकि हम गुलाम है। 95 00:09:04,960 --> 00:09:07,880 चाहे कुछ भी हो, आज का दिन बहुत अजीब रहा। 96 00:09:07,960 --> 00:09:10,380 आखिर हम दोनों ग़ुलाम ही तो हैं। 97 00:09:10,960 --> 00:09:13,090 पर हम सिर्फ़ अपने मालिक के ग़ुलाम हैं। 98 00:09:13,720 --> 00:09:16,760 मुझे मतलब नहीं कि तुम पर क्या बीत रही है। 99 00:09:16,840 --> 00:09:18,680 यही तो तय किया था हमने, 100 00:09:18,760 --> 00:09:23,020 कि घोड़ा उधार लेने के बदले तुम दोनों मेरे घर में काम करोगे। 101 00:09:23,100 --> 00:09:26,770 जब घोड़ा लेकर जाओगे और जब घोड़ा छोड़ने आओगे, दोनों बार। 102 00:09:26,850 --> 00:09:28,940 बात समझ गए न? 103 00:09:38,740 --> 00:09:42,160 तो चलो, अब अगला पेड़ निकाला जाए। 104 00:09:42,240 --> 00:09:44,200 जोर लगाके... 105 00:09:45,250 --> 00:09:48,920 ये तो आराम से निकल गया। वाह, क्या बात है। 106 00:09:49,000 --> 00:09:52,000 विश्वास नहीं हो रहा उसने अपना घोड़ा हमें उधार दे दिया। 107 00:09:52,090 --> 00:09:53,920 वो बूढ़ा इंसान तो अच्छा निकला। 108 00:10:00,510 --> 00:10:01,850 हइशा। 109 00:10:10,810 --> 00:10:12,570 शाबाश, तुम कर सकते हो। 110 00:10:12,650 --> 00:10:13,940 आगे बढ़ो। आगे बढ़ो। 111 00:10:14,030 --> 00:10:15,320 चलो बहुत बढ़िया।। 112 00:10:17,360 --> 00:10:19,620 क्या बात है... 113 00:10:19,700 --> 00:10:21,530 बहुत अच्छे घोड़े हो तुम। 114 00:10:58,650 --> 00:10:59,910 ऐसे ही काम चलता रहा, 115 00:10:59,990 --> 00:11:04,030 तो जल्दी ही पतझड़ के मौसम के आने तक बीज बोने के लिए ज़मीन तैयार हो जाएगी। 116 00:11:06,200 --> 00:11:08,870 शायद वो बूढ़ा आदमी हमें हल भी उधार दे दें। 117 00:11:09,120 --> 00:11:12,170 उम्मीद है भारी वाला दे जिसमें पहिए भी लगे होते है। 118 00:11:13,130 --> 00:11:15,250 लेकिन पतझड़ में हम बोएँगे क्या? 119 00:11:15,340 --> 00:11:16,260 हंह? 120 00:11:17,340 --> 00:11:20,800 हम लोग गेहूँ बोएँगे। उसके अलावा क्या बो सकते है बताओ? 121 00:11:21,300 --> 00:11:24,260 अच्छा? पतझड़ में गेहूँ बोया जाता है? 122 00:11:28,890 --> 00:11:32,940 कैसी बातें कर रहे हो? अच्छा बताओ तुमने कभी खेत में काम किया भी है? 123 00:11:33,020 --> 00:11:34,270 नहीं। 124 00:11:35,190 --> 00:11:38,440 जहाँ का मैं रहने वाला हूँ वहाँ कोई खेती नहीं करता था। 125 00:11:39,030 --> 00:11:42,110 वैसे भी मैं बहुत छोटी उम्र में ही जंग के मैदान में पहुँच गया था। 126 00:11:43,160 --> 00:11:45,530 ऐसा देश जहाँ खेत ही नहीं हैं... 127 00:11:46,990 --> 00:11:48,700 मुझे तो यकीन ही नहीं होता। 128 00:11:53,250 --> 00:11:57,000 मेरी माँ और बहन ये सुनती तो वो भी हैरान हो जाती। 129 00:12:01,260 --> 00:12:02,800 ख़ैर कोई बात नहीं, 130 00:12:02,890 --> 00:12:05,050 खेती कैसे करते हैं ये मैं तुम्हें समझा दूँगा। 131 00:12:05,140 --> 00:12:06,260 यही तो मेरा पेशा रहा है। 132 00:12:06,350 --> 00:12:07,680 तुम चिंता मत करो। 133 00:12:07,760 --> 00:12:08,640 ठीक है। 134 00:12:09,470 --> 00:12:11,190 अरे ओ ग़ुलामों। 135 00:12:11,270 --> 00:12:15,690 किसने तुम्हें ये छूट दी कि तुम हमारे यहाँ से घोड़ा लेकर जा सको? 136 00:12:16,320 --> 00:12:17,940 फिर आ गए ये हमें तंग करने। 137 00:12:18,480 --> 00:12:19,690 क्यों क्या हुआ? 138 00:12:20,280 --> 00:12:23,740 सुनों हम किसी से पूछकर ही ये घोड़ा ले जा रहे हैं। 139 00:12:24,160 --> 00:12:26,330 हमें सवेर्कलजी ने उधार दिया है ये। 140 00:12:26,410 --> 00:12:28,580 क्या? कौन हैं वो? 141 00:12:28,660 --> 00:12:30,580 क्या तुम सवेर्कलजी को नहीं जानते हो? 142 00:12:30,660 --> 00:12:33,210 उनका घर इस रास्ते पर थोड़ा आगे जाकर हैं। 143 00:12:33,290 --> 00:12:34,630 झूठ बोल रहा है। 144 00:12:34,710 --> 00:12:37,920 यहाँ आसपास सवेर्कल नाम का कोई आदमी नहीं रहता। 145 00:12:38,000 --> 00:12:39,960 तो तू चोरी भी करने लगा है। 146 00:12:41,380 --> 00:12:44,970 अरे क्या हमारे यहाँ इस तरह का कोई घोड़ा है? 147 00:12:45,260 --> 00:12:48,180 फिर से बताओ मुझे कि ये घोड़ा तुमने किससे लिया है? 148 00:12:48,260 --> 00:12:50,930 मैंने तुम्हें बताया न, 149 00:12:51,020 --> 00:12:53,400 सवेर्कलजी से उधार लिया है हमने इसे। 150 00:12:53,480 --> 00:12:54,730 तुम जानते नहीं हो उन्हें? 151 00:12:54,810 --> 00:12:57,650 वो छोटे क़द के बूढ़े और गंजे आदमी हैं। 152 00:12:57,730 --> 00:13:02,190 वो छोटे क़द के हैं। और गंजे भी हैं... और बूढ़े भी... 153 00:13:02,280 --> 00:13:03,400 ओ, 154 00:13:03,490 --> 00:13:05,030 वो ज़रूर बूढ़े मालिक होंगे। 155 00:13:05,110 --> 00:13:08,780 हाँ ठीक कहा, मुझे लगता है ये उन्हीं की बात कर रहा हैं। 156 00:13:08,870 --> 00:13:10,870 वो बूढ़े मालिक? 157 00:13:11,750 --> 00:13:14,040 वैसे असल में तुम झूठ बोल रहे हो। 158 00:13:14,870 --> 00:13:17,000 बूढ़े मालिक तो बहुत तेज़ हैं। 159 00:13:17,290 --> 00:13:19,420 वो तुम्हें अपना घोड़ा उधार नहीं दे सकते। 160 00:13:21,460 --> 00:13:22,460 और तुम जिनकी बात 161 00:13:22,550 --> 00:13:24,260 कर रहे हो वो कतील के पिता हैं। 162 00:13:24,970 --> 00:13:26,430 इस पूरे इलाक़े में, 163 00:13:26,510 --> 00:13:28,390 उनसे ऊपर कोई भी नहीं है। 164 00:13:40,360 --> 00:13:42,480 लगता है आज तो बहुत तेज बारिस होगी। 165 00:13:43,360 --> 00:13:44,490 सुनों थॉरफिन, 166 00:13:44,570 --> 00:13:47,240 इस चक्कर के बाद आज का काम बंद करते हैं। ठीक हैं? 167 00:13:47,320 --> 00:13:48,530 अच्छा ठीक है। 168 00:13:50,120 --> 00:13:50,990 रुक जाओ। 169 00:13:51,080 --> 00:13:52,160 रुक जाओ। 170 00:13:54,080 --> 00:13:55,750 यहाँ जड़ें रह गई हैं। 171 00:13:56,290 --> 00:13:58,710 हालाँकि हमने पेड़ों के तने निकाल दिए थे फिर भी गहराई में 172 00:13:58,790 --> 00:14:00,090 जड़े छूट गई। 173 00:14:03,050 --> 00:14:06,300 इस साल तो अच्छी तरह से जुताई नहीं हो पायेगी। 174 00:14:06,510 --> 00:14:09,760 अगर ज्यादा गहराई तक गये तो ये हल टूट भी सकता है। 175 00:14:15,480 --> 00:14:16,640 हैरानी की बात है। 176 00:14:17,560 --> 00:14:20,560 एक ही दिन में हमने इस बेकार ज़मीन को खेती लायक़ बना दिया। 177 00:14:23,980 --> 00:14:26,150 जरा देखो, एक वहाँ पर है। 178 00:14:26,900 --> 00:14:28,360 और देखो। 179 00:14:29,570 --> 00:14:31,580 एक वहाँ भी है। वहां तो दो हल हैं। 180 00:14:32,160 --> 00:14:34,370 इस साल मालिक चार और हल ख़रीदने हैं, 181 00:14:34,450 --> 00:14:37,370 अब कुल मिलाकर उनके पास दस भारी हल हो गए हैं। 182 00:14:37,460 --> 00:14:40,460 हमारे मालिक का काफी पैसा खर्च हो गया होगा। 183 00:14:41,080 --> 00:14:43,170 क्या हल इतने महँगे होते हैं? 184 00:14:43,380 --> 00:14:44,800 बहुत ज़्यादा महँगे। 185 00:14:44,880 --> 00:14:48,220 हमारे गाँव में आठ परिवार मिलकर एक ही हल इस्तेमाल करते थे। 186 00:14:49,090 --> 00:14:52,260 अच्छा हुआ बूढ़े मालिक के पास हमें एक हल मिल गया। 187 00:14:52,850 --> 00:14:56,270 वरना तो बाकी सेवक हमें कभी हल उधार में देते ही नहीं। 188 00:14:56,850 --> 00:15:00,400 सिर्फ कुदाल लेकर इस काम को करना बहुत मुश्किल होता होगा, 189 00:15:00,480 --> 00:15:01,940 बिना घोड़ों की मदद के। 190 00:15:02,020 --> 00:15:05,280 एक हल मिल जाए और साथ में घोड़े तो काम आसानी से हो जाता हैं। 191 00:15:05,360 --> 00:15:06,610 और जल्दी भी। 192 00:15:08,740 --> 00:15:10,570 क्या कमाल का आविष्कार है... 193 00:15:10,990 --> 00:15:13,620 ज़रूर किसी किसान ने इसका आविष्कार किया होगा। 194 00:15:14,240 --> 00:15:17,450 जिसे यही नहीं पता हो कि खेती करना कितना मुश्किल होता है, 195 00:15:17,540 --> 00:15:19,040 वो ऐसी चीज़ नहीं बना सकता। 196 00:15:21,080 --> 00:15:24,090 तुम्हारी बातें सुनकर तो एक बात समझ में आ गई थॉरफिन। 197 00:15:24,550 --> 00:15:28,050 वो ये की तुम्हें खेती के बारें में कुछ भी 198 00:15:28,130 --> 00:15:29,260 नहीं पता है। 199 00:15:35,970 --> 00:15:37,310 अरे बरसात शुरू हो गई। 200 00:15:37,930 --> 00:15:39,100 जल्दी चलो थॉरफिन। 201 00:15:44,650 --> 00:15:48,440 तुमने बरसात के लिए पूरी तैयारी कर ली है? 202 00:15:48,530 --> 00:15:50,780 आप बात को बदलिए नहीं। 203 00:15:51,110 --> 00:15:54,200 इस उम्र में इतना काम नहीं करना चाहिए। 204 00:15:54,280 --> 00:15:57,540 उस दिन जब आप अपने खेत में बेहोश हो गए थे, 205 00:15:57,620 --> 00:16:00,250 तो शुक्र है कि स्नेक आप के पास ही था 206 00:16:00,330 --> 00:16:02,540 उसने आपको संभाल लिया। 207 00:16:03,170 --> 00:16:06,840 मैं अपने खेत में ही मरना चाहता हूँ। 208 00:16:06,920 --> 00:16:10,840 आपके जितनी उम्र में अकेले रहकर ज़िन्दगी बिताना एकदम ग़लत है। 209 00:16:11,050 --> 00:16:13,090 आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी चाहिए। 210 00:16:13,180 --> 00:16:16,260 अपने काम से काम रखो, मैं बिलकुल ठीक हूँ। 211 00:16:16,350 --> 00:16:18,470 इतनी ज़िद मत कीजिए पिताजी। 212 00:16:19,930 --> 00:16:24,480 कतील बेटा, तुम्हारी और मेरी सोच बिलकुल अलग है। 213 00:16:24,560 --> 00:16:27,440 अगर साथ रहे तो एक-दूसरे से बहस करते रहेंगे। 214 00:16:27,520 --> 00:16:29,900 क्योंकि आप बहुत जिद्दी है। 215 00:16:29,990 --> 00:16:33,160 इस वक़्त हमारा बाहर रुकना ही ठीक रहेगा। 216 00:16:36,370 --> 00:16:40,040 जो कुछ मैंने कहा है, उसके बारे में सोच लीजिएगा। 217 00:16:41,250 --> 00:16:43,830 तुम यहाँ क्या कर रहे हो? और वो भी इस वक़्त? 218 00:16:44,460 --> 00:16:45,330 दरअसल... 219 00:16:46,000 --> 00:16:49,000 सुनिए पिताजी, आप मनमानी करना छोड़ दें। 220 00:16:49,250 --> 00:16:50,800 ये दोनों मेरे ग़ुलाम हैं। 221 00:17:03,140 --> 00:17:05,900 तुम भीग गए हो। अंदर आकर तौलिये से 222 00:17:05,980 --> 00:17:07,310 अपने आप को पोछ लो। 223 00:17:09,690 --> 00:17:11,940 इन दोनों की तो आपस में बनती ही नहीं। 224 00:17:13,530 --> 00:17:16,110 देखते है यहाँ नहाने की जगह कहाँ पर है। 225 00:17:16,780 --> 00:17:17,990 अरे ये क्या? 226 00:17:18,530 --> 00:17:19,700 क्या हुआ? 227 00:17:19,790 --> 00:17:21,580 यहाँ पर तो स्नेक लेटा है। 228 00:17:22,120 --> 00:17:23,040 स्नेक? 229 00:17:26,670 --> 00:17:28,630 ये यहाँ पर क्या कर रहा है? 230 00:17:29,090 --> 00:17:33,260 यहाँ इतनी बहस चल रही थी, और ये खर्राटे मारकर सोता रहा। 231 00:17:33,800 --> 00:17:35,630 पता नहीं किस मिट्टी का बना है ये? 232 00:17:36,340 --> 00:17:38,100 कैसे पैर पसारकर सो रहा है। 233 00:17:46,600 --> 00:17:48,270 दादाजी, खाना बना रहे हो? 234 00:17:48,360 --> 00:17:51,070 मैं आपको फिरसे, सारा खाना अकेले नहीं खाने दूँगा। 235 00:17:51,150 --> 00:17:53,150 अच्छा, तो आखिर जाग गए तुम। 236 00:17:54,280 --> 00:17:57,990 तुम यहाँ क्या कर रहे हो? मेरे बिस्तर में सोने आए हो? 237 00:17:59,200 --> 00:18:00,700 नहीं ऐसी बात नहीं है। 238 00:18:02,370 --> 00:18:04,450 तुम किसी भी काम के नहीं हो। 239 00:18:04,540 --> 00:18:07,830 जब खाने का वक़्त होता है तभी जागते हो। 240 00:18:07,920 --> 00:18:10,420 क्या तुम्हें नहीं लगता कि ये ग़लत है? 241 00:18:10,500 --> 00:18:15,170 इतने बड़े हो गये हो, बिना मेहनत किए हुए खाना खाते हुए तुम्हें शर्म नहीं आती? 242 00:18:15,720 --> 00:18:17,300 शांत रहिए दादाजी। 243 00:18:18,050 --> 00:18:20,640 चोर हमेशा रात के ही आया करते हैं। 244 00:18:20,720 --> 00:18:25,440 हमारे यहां शांति इसीलिए है, क्योंकि हर रात को हम यहाँ पहरा देते हैं। 245 00:18:25,520 --> 00:18:27,440 तो खाना खाने में कैसी शर्म। 246 00:18:28,270 --> 00:18:31,860 पहरा देते हो या जवान लड़कियों के घरों में जाते रहते हो? 247 00:18:31,940 --> 00:18:36,070 जवान लड़कियों की रखवाली करते हैं ताकि कोई उन्हें उठाकर ना ले जाए। 248 00:18:37,070 --> 00:18:39,070 मेरी हर बात का जवाब है तुम्हारे पास। 249 00:18:39,160 --> 00:18:41,530 और मेरी हर बात का जवाब आपके पास। 250 00:18:43,870 --> 00:18:45,040 तुम लोग खड़े क्यों हो? 251 00:18:45,120 --> 00:18:47,460 अभी तक तो खाना खाया नहीं होगा। चलो आओ बैठ जाओ। 252 00:18:48,170 --> 00:18:49,420 और खाना खा लो। 253 00:18:52,710 --> 00:18:54,170 सच में खा ले? 254 00:18:54,250 --> 00:18:57,260 खाओ, खाओ। वैसे, खाना इतना बढ़िया नहीं बना। 255 00:18:57,340 --> 00:18:58,680 अपना मुँह बंद ही रखो। 256 00:18:59,760 --> 00:19:03,930 बैठ जाओ। अगर तुमने काम किया है तो खाना मिलना ही चाहिए। 257 00:19:08,520 --> 00:19:11,520 क्या ये सच है कि इस जगह पर चोर आते हैं? 258 00:19:12,020 --> 00:19:14,270 हां वो यहाँ आते रहते है। 259 00:19:14,650 --> 00:19:18,200 वो अनाज पालतू जानवर और इसी तरह की चीज़ें चुराने के लिए आते है। 260 00:19:20,160 --> 00:19:22,490 और कुछ के पास तो हथियार भी होते हैं। 261 00:19:22,820 --> 00:19:26,750 उन चोरों का पता लगाना उन्हें पकड़ना हम लोगों का काम है। 262 00:19:27,290 --> 00:19:30,210 और हम यहाँ सच में बहुत काम करते हैं। 263 00:19:31,210 --> 00:19:34,460 जितना वो चोर यहाँ चुराकर ले जाएँगे वो उतना ही है, 264 00:19:34,550 --> 00:19:36,590 जितना की हम तुम्हें दे देते हैं। 265 00:19:36,670 --> 00:19:40,470 किसी के काम की कद्र न करना आपको बहुत अच्छे से आता है। 266 00:19:41,050 --> 00:19:44,720 हम तुम्हारी मदद के बिना भी चोरों के भगा सकते हैं। समझें? 267 00:19:44,810 --> 00:19:47,470 हम बहुत ही हिम्मत वाले लोग हैं। 268 00:19:47,560 --> 00:19:50,020 हमें तलवारों और भालों से लड़ना आता है। 269 00:19:50,560 --> 00:19:54,360 ओह? तो मतलब इस उम्र में भी आप लड़ाई कर सकते हैं? 270 00:19:54,440 --> 00:19:56,690 इतना घमंड करने की जरुरत नहीं स्नेक। 271 00:19:56,900 --> 00:20:00,070 बहुत से ऐसे लोग हैं जो लड़ाई में तुमसे ज़्यादा अच्छे हैं। 272 00:20:00,150 --> 00:20:03,370 दादाजी मैं तो सिर्फ़ आपकी सेहत की चिन्ता कर रहा था। 273 00:20:03,450 --> 00:20:06,830 मैं इतना कमज़ोर नहीं हूँ कि तुम मेरी चिन्ता करो। 274 00:20:06,910 --> 00:20:08,250 ज़्यादा ग़ुस्सा मत होइए। 275 00:20:08,330 --> 00:20:10,080 नही तो आप फिर बेहोश हो जाएँगे। 276 00:20:11,500 --> 00:20:14,130 आप चाहें जो भी कहें लेकिन असलियत ये है, 277 00:20:14,210 --> 00:20:17,840 कि ये खेत जितना बड़ा है उसके हिसाब से रखवाली करने वाले कम हैं। 278 00:20:18,090 --> 00:20:22,010 13 लोग जो मेरे साथ है, वो मुश्किल से चोरों को भगा पाते हैं। 279 00:20:22,090 --> 00:20:25,760 अगर कोई 50-60 लोग लेकर आ जाए 280 00:20:25,850 --> 00:20:28,520 तो आसानी से इस खेत पर क़ब्ज़ा कर सकता है। 281 00:20:28,600 --> 00:20:30,600 क्यों थॉरफिन ठीक कहा न मैंने। 282 00:20:35,900 --> 00:20:37,770 मैं कह नहीं सकता। 283 00:20:41,030 --> 00:20:45,530 चोरों के लिए इस जगह पर आने से मुश्किल काम और कुछ नही हो सकता। 284 00:20:45,620 --> 00:20:47,490 आपको क्या पता अगर वो 285 00:20:47,700 --> 00:20:49,950 इकट्ठे आ गए तो हम कुछ नहीं कर पाएँगे। 286 00:20:50,120 --> 00:20:51,290 चिन्ता मत करो। 287 00:20:51,370 --> 00:20:54,920 चाहे कुछ हो जाए मदद माँगने तुम्हारे पास नहीं आऊंगा। 288 00:20:55,880 --> 00:20:59,670 इस खेत में कभी चोरों से ज़्यादा बड़े हमलावर क्यों नहीं आते? 289 00:21:01,510 --> 00:21:03,930 जैसे की डाकू। 290 00:21:04,840 --> 00:21:07,300 राजा हराल्ड के डर से नहीं आते। 291 00:21:08,010 --> 00:21:11,980 साल में दो बार कतील उन्हें भेंट में उन्हें बहुत कुछ देता है। 292 00:21:12,060 --> 00:21:14,810 क्योंकि राजा वो भेंट स्वीकार कर लेता है, 293 00:21:14,900 --> 00:21:18,320 इसलिए कतील की हिफ़ाज़त करना राजा का फ़र्ज़ 294 00:21:18,400 --> 00:21:19,440 बन जाता है। 295 00:21:22,280 --> 00:21:23,650 ये बिलकुल पागलपन है। 296 00:21:24,400 --> 00:21:27,870 पैसों से अपने लिए शांति ख़रीदना पागलपन ही है। 297 00:21:27,950 --> 00:21:33,080 इतनी ज़मीन रखने का क्या फ़ायदा कि किसान उसकी हिफ़ाज़त भी न कर पाए। 298 00:21:34,830 --> 00:21:38,630 आपके हिसाब से जेलिंग से यहाँ आने में कितने दिन लग जाते होंगे? 299 00:21:38,790 --> 00:21:42,460 असलियत तो ये है कि इस खेत को हम लोग ही बचा रहे हैं। 300 00:21:42,550 --> 00:21:45,720 हद से ज़्यादा दौलत मुसीबतें ही लेकर आती है। 301 00:21:45,800 --> 00:21:47,300 क्या मतलब है तुम्हारा? 302 00:21:47,390 --> 00:21:50,600 दौलत बढ़ने पर उसे खोने का डर पैदा होता है। 303 00:21:50,680 --> 00:21:55,060 और फिर अपने उस डर को दूर करने के लिए आप पैसे ख़र्च करने हैं। 304 00:21:55,140 --> 00:21:59,820 इसलिए ज्यादा कमाना पड़ता है पर मेरा बेटा इस बात को समझता नहीं। 305 00:22:04,360 --> 00:22:07,950 आज तो बहुत सुन लिया मैंने, ये प्यार का उपदेश देने वाला भाषण। 306 00:22:09,580 --> 00:22:10,450 अरे, 307 00:22:11,030 --> 00:22:13,040 बरसात तो बंद हो चुकी है। 308 00:22:18,380 --> 00:22:21,840 वक्त हो चुका है, फिर से बाहर जाकर पहरा देने का। 309 00:22:21,920 --> 00:22:23,170 वापस मत आना। 310 00:22:29,550 --> 00:22:32,140 लेकिन जब मैं नहीं आता तो आपको मेरी याद आती है। 311 00:22:32,220 --> 00:22:33,640 दफ़ा हो जाओ यहाँ से। 312 00:22:40,310 --> 00:22:43,280 सही बताऊ तो मुझे ये दोनों बहुत अजीब लगे। 313 00:22:43,570 --> 00:22:46,450 असली बाप और बेटे से भी बढ़कर है, इन दोनों का रिश्ता। 314 00:22:46,530 --> 00:22:47,820 हाँ। सही कहा। 315 00:22:48,570 --> 00:22:53,450 ऐसा लग रहा है, जैसे मुझे आज बहुत कुछ सीखने को मिला। 316 00:22:56,460 --> 00:22:59,250 अच्छी बात है न। आज बड़े बच्चे को कुछ सीखने को मिला। 317 00:22:59,330 --> 00:23:00,710 बच्चा मत कहो मुझे। 318 00:23:11,510 --> 00:23:14,100 कितनी बड़ी जायदाद है, है न? 319 00:23:31,570 --> 00:23:33,780 मुट्ठी में थोड़े ज़्यादा बीज लेकर बिखेरो। 320 00:23:33,990 --> 00:23:34,870 क्या? 321 00:23:35,580 --> 00:23:37,620 लेकिन हमारे पास इतने ही बीज हैं न? 322 00:23:37,700 --> 00:23:41,380 चिन्ता करने की जरुरत नहीं है। तुम मुट्ठी भरकर बीज डालते रहो। 323 00:23:41,920 --> 00:23:44,000 मेरा विश्वास करो। मैं तुम्हारा दोस्त ही हूं। 324 00:23:44,090 --> 00:23:45,550 दोस्त हो? 325 00:23:45,630 --> 00:23:47,510 क्या मतलब कोई शक है? 326 00:23:48,050 --> 00:23:49,630 हम दोस्त ही हैं। हैं न? 327 00:23:50,380 --> 00:23:51,550 बताओ जरा। 328 00:23:51,640 --> 00:23:53,850 क्या? नहीं हैं? 329 00:24:04,110 --> 00:24:04,980 हाँ... 330 00:24:09,400 --> 00:24:10,650 हम दोस्त हैं। 331 00:25:52,550 --> 00:25:54,130 "ताक़तवर केतील।" 332 00:25:54,220 --> 00:25:55,090 {\an8}ताक़तवर केतील