1 00:00:05,257 --> 00:00:06,216 जालसाज़। 2 00:00:06,759 --> 00:00:07,593 धोखेबाज़। 3 00:00:08,427 --> 00:00:09,511 चारों तरफ़ हैं। 4 00:00:10,179 --> 00:00:11,472 कुछ की पहचान तो आसानी से हो जाती है। 5 00:00:11,555 --> 00:00:13,056 नकली द लॉक नेस मॉन्स्टर 6 00:00:13,140 --> 00:00:15,184 कुछ को समझने में थोड़ा ज़्यादा वक्त लग गया। 7 00:00:15,267 --> 00:00:16,351 होंठ मिलाने वाले धोखे के चलते ग्रैमी वापस लौटाना पड़ा 8 00:00:17,186 --> 00:00:18,270 हमारी मुद्रा से लेकर... 9 00:00:18,353 --> 00:00:19,521 यह बंदा तो मेरे जैसा लगता है। 10 00:00:20,022 --> 00:00:21,231 हमारी मशीनों तक। 11 00:00:22,524 --> 00:00:26,153 हमारी दवा से लेकर, लोगो वाली चीज़ें जो हम पहनते हैं। 12 00:00:26,653 --> 00:00:29,490 नकली चीज़ों के चलते, हर साल दुनिया भर की अर्थव्यवस्था से 13 00:00:29,573 --> 00:00:30,908 करोड़ों डॉलर खाली हो जाते हैं। 14 00:00:32,284 --> 00:00:36,371 ये सारी चीज़ें, अस्वाभाविक रूप से, हूबहू असली चीज़ों जैसी होती हैं, 15 00:00:36,455 --> 00:00:37,831 और यही उनकी ताकत है। 16 00:00:38,457 --> 00:00:40,959 इनके चलते करोड़ों डॉलर के ब्रैंड खोखले हो सकते हैं, 17 00:00:41,710 --> 00:00:43,670 सरकारों पर से भरोसा खत्म हो सकता है 18 00:00:43,754 --> 00:00:46,381 और गलत कामों के लिए सज़ा भुगतनी पड़ सकती है। 19 00:00:46,465 --> 00:00:47,299 हसकोवो बल्गारिया 20 00:00:47,382 --> 00:00:50,177 हमले करने के लिए, आतंकवादी लोग नकली चीज़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं। 21 00:00:50,260 --> 00:00:51,261 हे भगवान! 22 00:00:52,095 --> 00:00:53,847 नकल करने वाले ऐसा करके बच कैसे जाते हैं? 23 00:00:54,848 --> 00:00:56,058 यही पता लगाने वाले हैं। 24 00:00:57,309 --> 00:00:58,644 हाँ, ये नकली है। 25 00:00:59,228 --> 00:01:00,312 तुम्हारी माँ की तरह। 26 00:01:01,438 --> 00:01:02,481 क्या? 27 00:01:02,981 --> 00:01:07,653 जालसाज़ी अर्थव्यवस्था के लिए घातक है (और पोषक भी) 28 00:01:09,530 --> 00:01:13,200 आपको अच्छा लगे या न लगे, पर हम सभी पैसे से जुड़े हैं। 29 00:01:13,951 --> 00:01:17,204 मैं हूँ कैल पेन, और मैं इस विशालकाय दैत्य की तलाश में निकला हूँ 30 00:01:17,287 --> 00:01:19,039 जिसका नाम है विश्व अर्थव्यवस्था। 31 00:01:19,122 --> 00:01:20,791 दिस जायंट बीस्ट दैट इज़ द ग्लोबल इकॉनमी 32 00:01:27,214 --> 00:01:29,675 पैसा। हम इसका इस्तेमाल अपना कर्ज़ा चुकाने के लिए करते हैं, 33 00:01:29,758 --> 00:01:33,136 अच्छे वक्त के लिए खर्च करते हैं, और बुरे वक्त के लिए संभालकर रखते हैं। 34 00:01:33,595 --> 00:01:36,890 पर यू.एस. में, बाज़ार में जबसे असली पैसा घूम रहा है, 35 00:01:36,974 --> 00:01:38,976 तभी से नकली पैसा भी घूम रहा है। 36 00:01:39,560 --> 00:01:40,978 नकल करने वाले, हमारे परलोक सिधारे 37 00:01:41,061 --> 00:01:43,689 राष्ट्रपतियों को जब निशाना बनाते हैं, तो हमारी मुद्रा की रक्षा कौन करता है? 38 00:01:44,773 --> 00:01:46,650 वॉशिंग्टन 39 00:01:46,733 --> 00:01:48,151 डी.सी. 40 00:01:49,403 --> 00:01:51,530 इस बात का पता लगाने, मैं हमारे देश की राजधानी आया हूँ। 41 00:01:52,656 --> 00:01:55,409 संयुक्त राज्य खुफ़िया सेवा 42 00:01:55,492 --> 00:01:57,452 -खुफ़िया सेवा मुख्यालय में स्वागत है। -शुक्रिया। 43 00:01:57,828 --> 00:02:01,248 खुफ़िया सेवा जिस भी बड़े विभाग में काम करती है, वो सभी यहाँ हैं। 44 00:02:01,331 --> 00:02:03,125 तभी इतनी सीढ़ियाँ हैं। 45 00:02:03,208 --> 00:02:05,043 खुफ़िया सेवा एजेंट ट्रेंट एवरेट से मिलिए। 46 00:02:05,127 --> 00:02:06,336 ट्रेंट एवरेट खुफ़िया सेवा विशेष एजेंट 47 00:02:06,420 --> 00:02:09,214 काले चश्मे और हेडफ़ोन के बगैर, ये लोग ऐसे दिखते हैं। 48 00:02:10,799 --> 00:02:13,176 कई लोग इस बात से वाकिफ़ नहीं हैं कि खुफ़िया सेवा जो है, 49 00:02:13,260 --> 00:02:14,428 वो नकली मुद्रा की छानबीन करती है। 50 00:02:14,511 --> 00:02:17,222 सभी को लगता है कि आप लोगों का काम राष्ट्रपति को और उनके परिवार को बचाना है। 51 00:02:19,808 --> 00:02:21,935 तो, खुफ़िया सेवा को आरंभ करने की वजह ये थी कि 52 00:02:22,019 --> 00:02:23,687 कि गृह युद्ध के खत्म होने के बाद, 53 00:02:23,770 --> 00:02:25,731 इस बात की खबर मिली कि जितनी भी मुद्रा बाज़ार में थी, 54 00:02:25,814 --> 00:02:27,816 वो एक-तिहाई से लेकर आधी नकली थी। 55 00:02:27,900 --> 00:02:29,234 -बाप रे। उतनी? -उतनी। 56 00:02:30,319 --> 00:02:32,738 तो, 14 अप्रैल, 1865 में, 57 00:02:32,821 --> 00:02:35,657 राष्ट्रपति एब्राहम लिंकन खुफ़िया सेवा की शुरुआत के बारे में 58 00:02:35,741 --> 00:02:37,075 सोचने लगे। 59 00:02:37,576 --> 00:02:40,412 तो, उस शाम, खुफ़िया सेवा को आरंभ करने का कानून 60 00:02:40,495 --> 00:02:42,331 उनकी मेज़ पर तैयार पड़ा था, 61 00:02:42,414 --> 00:02:45,083 उसके बाद एब्राहम लिंकन फ़ोर्ड्स थिएटर जाने के लिए व्हाइट हाउस से निकले, 62 00:02:45,167 --> 00:02:48,086 जब आखिरकार जॉन विल्क्स बूथ ने उनका कत्ल कर दिया। 63 00:02:48,170 --> 00:02:49,212 बाप रे! 64 00:02:49,963 --> 00:02:53,008 गृह युद्ध के वक्त, यू.एस. में कोई एक मुद्रा नहीं थी। 65 00:02:53,550 --> 00:02:57,387 बैंक किसी भी कीमत के, और किसी भी तरह के डॉलर जारी कर सकते थे। 66 00:02:57,471 --> 00:03:00,098 इसके चलते जालसाज़ी करना आसान हो गया। 67 00:03:00,515 --> 00:03:03,060 काफ़ी सारे नकली नोटों की वजह से महंगाई बढ़ गई। 68 00:03:03,310 --> 00:03:06,104 एक पौंड चाय की कीमत बढ़कर 35 डॉलर हो गई, 69 00:03:06,188 --> 00:03:09,107 और एक पीपे आटे की कीमत 1,000 तक हो सकती थी। 70 00:03:09,733 --> 00:03:12,903 इसके चलते, पहली बार यू.एस. में 71 00:03:12,986 --> 00:03:14,738 जालसाज़ी का मुकाबला करने के बारे में सोचा गया। 72 00:03:17,324 --> 00:03:18,951 इसके बाद जो है, उसमें शायद आपको मज़ा आएगा। 73 00:03:19,034 --> 00:03:20,953 मैं आपको अपनी एक सहकर्मी, आइरीना से मिलाऊँगा, 74 00:03:21,036 --> 00:03:23,038 जो हमारी एक दस्तावेज़ विश्लेषक है। 75 00:03:23,121 --> 00:03:24,623 आपराधिक जांच विभाग में आपका स्वागत है। 76 00:03:24,706 --> 00:03:25,540 शुक्रिया। 77 00:03:25,624 --> 00:03:27,793 मैं आपको नमूना लाइब्रेरी में ले चलती हूँ 78 00:03:27,876 --> 00:03:30,253 ताकि आप खुफ़िया विभाग का असली जाली संग्रह देख सकें 79 00:03:30,337 --> 00:03:32,089 जो इस ठिकाने पर है। 80 00:03:32,172 --> 00:03:33,382 हमें नोट देखने को मिलेंगे। 81 00:03:34,383 --> 00:03:36,218 आइरीना गायमन का काम है ये सुनिश्चित करना 82 00:03:36,301 --> 00:03:39,221 कि हमारे देश की मुद्रा प्रणालियाँ सुरक्षित रहें। 83 00:03:39,304 --> 00:03:41,807 हर साल 25 लाख नकली नोट 84 00:03:41,890 --> 00:03:43,642 खुफ़िया विभाग के हाथ लगते हैं। 85 00:03:44,059 --> 00:03:45,811 जहाँ बात पैसे की हो, आइरीना उसे बड़ी गंभीरता से लेती हैं। 86 00:03:45,894 --> 00:03:47,062 आइरीना गायमन नकली दस्तावेज़ विशेषज्ञ 87 00:03:47,145 --> 00:03:50,691 तो, हमारे पास यहाँ कई अलग-अलग तरह के नकली नोट रखे हुए हैं, 88 00:03:50,774 --> 00:03:51,858 और दो असली नोट भी हैं। 89 00:03:51,942 --> 00:03:53,485 तो, मिसाल के तौर पर, ये सारे असली हैं। 90 00:03:53,568 --> 00:03:55,237 -अच्छा। -आप इन्हें पकड़कर देख सकते हैं। 91 00:03:55,320 --> 00:03:57,364 -बहुत-बहुत शुक्रिया। बड़ी मेहरबानी। -नहीं, नहीं, नहीं, दोस्त। 92 00:03:57,447 --> 00:03:59,783 -नहीं? -आप ऐसा नहीं कर सकते। 93 00:04:00,283 --> 00:04:01,994 जब से खुफ़िया सेवा बनी है, 94 00:04:02,077 --> 00:04:04,454 अमरीका नकली नोटों का मुकाबला करता आया है, 95 00:04:04,538 --> 00:04:07,541 हमारी मुद्रा को और अमरीकियों का उस पर जो भरोसा है, उसे बचाने के लिए। 96 00:04:07,624 --> 00:04:11,378 तो, यहाँ कुछ सुरक्षा चिह्न हैं जिन्हें आसानी से याद रखा जा सकता है। 97 00:04:12,045 --> 00:04:14,339 तो, मिसाल के तौर पर, अगर हम इसे पारेषित रोशनी में देखें, 98 00:04:14,423 --> 00:04:17,759 तो हम देख सकते हैं कि कागज़ पर कुछ प्रतिबिम्ब बनाए गए हैं। 99 00:04:17,843 --> 00:04:20,762 यहाँ पर एक बड़ा सा पाँच है, हाँ? 100 00:04:20,846 --> 00:04:22,848 और फिर, बायीं तरफ़ तीन छोटे पाँच। 101 00:04:22,931 --> 00:04:25,058 और दरअसल, यहाँ पर एक पतली सी धारी है 102 00:04:25,142 --> 00:04:26,393 तस्वीर के दाहिनी तरफ़। 103 00:04:26,476 --> 00:04:27,394 कमाल है। 104 00:04:27,477 --> 00:04:31,481 100 डॉलर में भी एक अतिरिक्त चिह्न है। हम इसे 3-डी हिलने वाला फीता कहते हैं। 105 00:04:31,898 --> 00:04:34,359 अगर आप नोट को आगे-पीछे करेंगे, 106 00:04:34,443 --> 00:04:35,861 तो प्रतिबिम्ब ऊपर-नीचे हिलता है। 107 00:04:36,820 --> 00:04:40,741 इसलिए, जब कोई दौलतमंद आदमी किसी दुकान पर जाता है, 108 00:04:40,824 --> 00:04:42,284 -तो वह ऐसे करता है। -हाँ, हाँ। 109 00:04:42,367 --> 00:04:44,453 ये कहने से पहले कि वे 100 के नोट नहीं लेते। 110 00:04:46,288 --> 00:04:49,583 तो, यहाँ कुछ और नकली नोट हैं जो हमें काफ़ी देखने को मिले। 111 00:04:49,666 --> 00:04:51,877 इनमें आपको कोई खास बात नज़र आती है? 112 00:04:51,960 --> 00:04:52,961 अच्छा। 113 00:04:54,755 --> 00:04:55,922 बेन फ़्रेंक्लिन भी इस नोट को मंजूरी नहीं दे रहे। 114 00:04:59,634 --> 00:05:02,262 इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे ग्रैंट को पता चल गया है कि कितने कॉन्फ़ेडरेट बुत हैं। 115 00:05:04,723 --> 00:05:07,184 रुको ज़रा। इस बंदे की सूरत 116 00:05:07,267 --> 00:05:09,644 एब्राहम लिंकन से ज़्यादा मुझसे मिलती है। 117 00:05:09,728 --> 00:05:12,731 खुफ़िया सेवा का एक बड़ा काम है लोगों को जानकारी देना। 118 00:05:12,814 --> 00:05:13,899 हम आगे बढ़कर, 119 00:05:13,982 --> 00:05:15,734 दुनिया भर में घूमकर, लोगों को सिखाते हैं 120 00:05:15,817 --> 00:05:17,569 कि कैसे असली नोटों की पहचान की जाए। 121 00:05:17,652 --> 00:05:19,780 जैसे-जैसे नकली नोट छापने वाले अपने काम में और उन्नत होते गए, 122 00:05:19,863 --> 00:05:22,574 यू.एस. को सुरक्षा के नए चिह्न निकालने पड़े 123 00:05:22,657 --> 00:05:25,911 इस बात को सुनिश्चित करने कि जहाँ तक हो सके उसके पैसे की नकल न की जा सके। 124 00:05:26,578 --> 00:05:29,414 अगर उनकी ये कोशिशें न हों, तो देश में जालसाज़ी करने वाले 125 00:05:29,498 --> 00:05:33,043 माहिर लोगों का बोलबाला हो जो अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना चाहते हैं। 126 00:05:38,590 --> 00:05:40,634 नमस्ते, दुनिया भर के लोगों। 127 00:05:40,717 --> 00:05:43,178 मैं हूँ वही जालसाज़। 128 00:05:43,261 --> 00:05:45,097 मैं दुनिया भर की सरकारें गिराता हूँ। 129 00:05:45,555 --> 00:05:47,682 परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से नहीं, 130 00:05:47,766 --> 00:05:50,602 बल्कि एक साधारण सी नकल करने वाली मशीन से। 131 00:05:52,979 --> 00:05:55,524 एक बटन दबाते ही, मैं महंगाई ला सकता हूँ। 132 00:05:55,607 --> 00:05:58,026 मेरी बात पर विश्वास नहीं? यूगोस्लाविया से क्यों नहीं पूछते? 133 00:05:58,110 --> 00:06:00,403 ठीक कहा। वो हैं ही कहाँ? 134 00:06:01,196 --> 00:06:04,116 गृह युद्ध के दौरान, नकली नोटों के चलते 135 00:06:04,199 --> 00:06:06,243 यूगोस्लाविया की अर्थव्यवस्था अशक्त होकर रह गई! 136 00:06:07,202 --> 00:06:09,496 तुम मेरा मुकाबला नहीं कर सकती, मेलोसविच। 137 00:06:10,789 --> 00:06:13,708 छोटा करने वाली किरणें लेकर घूमने वाले बदमाशों की सोच कितनी छोटी होती है। 138 00:06:14,084 --> 00:06:16,461 मैं तो अपने खुद के नोट बनाकर, आपके बटुए में पड़े नोटों की 139 00:06:16,545 --> 00:06:18,088 कीमत को ही घटा देता हूँ। 140 00:06:18,547 --> 00:06:20,048 बम तो अब पुरानी बात है। 141 00:06:20,423 --> 00:06:23,093 नोट उड़ाकर भी उतना ही नुकसान फैलाया जा सकता है। 142 00:06:25,387 --> 00:06:29,307 ऐसा नहीं तो द्वितीय विश्व युद्ध के वक्त हिट्लर ने नकली ब्रिटिश पौंड क्यों निकाले? 143 00:06:29,391 --> 00:06:32,185 बैंक ऑफ़ इंग्लैंड को 5 पौंड से ऊपर वाले सारे के सारे नोट वापस लेने पड़े थे! 144 00:06:32,269 --> 00:06:33,270 जर्मनी ने नकली नोटों की बरसात की! 145 00:06:37,566 --> 00:06:42,070 मैं नकद वाली अर्थव्यवस्थाओं को अपना शिकार बनाता हूँ, और गरीबों का नुकसान होता है। 146 00:06:42,529 --> 00:06:45,991 अगर आपको मुझसे ज़्यादा बदमाश कोई मिले, तो मैं उससे मिलना चाहूँगा। 147 00:06:46,074 --> 00:06:48,285 ताकि पुंज उत्पादन के लिए उसकी नकल बना सकूँ! 148 00:06:49,911 --> 00:06:51,538 हाथ ऊपर, जालसाज़। 149 00:06:51,621 --> 00:06:53,748 वही जालसाज़ नाम है मेरा। 150 00:06:54,749 --> 00:06:55,834 नकल उतारने वाली बिल्ली, हमला करो! 151 00:06:59,296 --> 00:07:02,132 नकल उतारने वाली बिल्ली, काश तुम्हारी नकल न बनाई होती। 152 00:07:02,215 --> 00:07:06,011 अब होगा इंसाफ़, वही जालसाज़। 153 00:07:06,094 --> 00:07:07,971 क्या? ये कहाँ गया? 154 00:07:09,890 --> 00:07:11,808 बेवकूफ़! मैं हर जगह हूँ! 155 00:07:12,267 --> 00:07:15,687 खासकर नकद वाली अर्थव्यवस्थाओं में! 156 00:07:21,943 --> 00:07:23,320 भारत 157 00:07:24,029 --> 00:07:27,657 भारत, 130 करोड़ से भी ज़्यादा की आबादी वाला देश, 158 00:07:27,741 --> 00:07:30,869 और उनका पैसे का जितना भी लेन-देन होता है, अधिकतर नकद में होता है, 159 00:07:30,952 --> 00:07:32,412 जिसके चलते खास तौर पर 160 00:07:32,495 --> 00:07:34,956 जालसाज़ी की वजह से, अस्थिरता का खतरा बना रहता है। 161 00:07:35,373 --> 00:07:37,500 इन पुराने नोटों का मैं क्या करूँ? 162 00:07:37,584 --> 00:07:40,629 सर, इससे तो अब आप कुछ भी नहीं खरीद सकते। इसका कोई मोल नहीं रहा। 163 00:07:40,712 --> 00:07:41,630 कोई इसे नहीं लेगा? 164 00:07:41,713 --> 00:07:43,632 नहीं। भारत सरकार ने ही इसे अवैध घोषित कर दिया है। 165 00:07:43,715 --> 00:07:44,674 तो इसका क्या करूँ? 166 00:07:44,758 --> 00:07:46,801 आप इसे फाड़ सकते हैं। 167 00:07:49,888 --> 00:07:53,350 इनका कहना है कि इससे आप एक रुपये की भी चीज़ नहीं खरीद सकते। 168 00:07:54,643 --> 00:07:57,562 ऐसा क्यों हुआ कि भारतीय मुद्रा के ढेरों नोट 169 00:07:57,646 --> 00:07:59,439 अचानक से बेकार हो गए? 170 00:07:59,522 --> 00:08:03,401 2015 में, भारत में नकली नोटों की 171 00:08:03,485 --> 00:08:05,111 भरमार देखने को मिली, 172 00:08:05,195 --> 00:08:09,157 खासकर 500 और 1,000 वाले नोटों की। 173 00:08:09,241 --> 00:08:12,577 उसका एक बहुत बड़ा हिस्सा जानबूझकर पाकिस्तान की तरफ़ से आया, 174 00:08:12,661 --> 00:08:15,247 भारतीय अर्थव्यवस्था को तितर-बितर करने के इरादे से। 175 00:08:15,330 --> 00:08:18,416 इसलिए, 2016 में, एक ऐसी चाल के तहत, जिसने पूरे देश को हैरान करके रख दिया... 176 00:08:18,500 --> 00:08:19,834 प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम हिंदी में संबोधन की प्रतीक्षा करें 177 00:08:19,918 --> 00:08:21,836 ...भारतीय मुद्रा को बचाने के लिए, 178 00:08:21,920 --> 00:08:23,505 देश के प्रधानमंत्री ने कुछ कदम उठाए। 179 00:08:24,005 --> 00:08:25,882 सीमा पार से दुश्मन ने... 180 00:08:25,966 --> 00:08:27,175 पीएम नरेंद्र मोदी 8 नवंबर, 2016 181 00:08:27,259 --> 00:08:30,428 ...नकली नोटों की मदद से, अपना काम किया है। 182 00:08:30,804 --> 00:08:32,681 नकली मुद्रा, नकली नोट 183 00:08:33,348 --> 00:08:34,391 और आतंकवाद। 184 00:08:34,891 --> 00:08:38,228 भ्रष्टाचार और काले धन की पकड़ को कमज़ोर करने के लिए, 185 00:08:39,729 --> 00:08:43,900 हमने ये तय किया है कि 500 रुपये 186 00:08:45,026 --> 00:08:47,529 और 1,000 रुपये के नोट, 187 00:08:48,738 --> 00:08:50,156 जिनका इस वक्त इस्तेमाल हो रहा है, 188 00:08:51,074 --> 00:08:54,160 आज मध्यरात्रि से, 189 00:08:54,494 --> 00:08:56,079 उन्हें वैध मुद्रा नहीं माना जाएगा। 190 00:08:57,080 --> 00:09:00,583 प्रधानमंत्री ने जो किया, उसे "नोटबंदी" का नाम दिया गया। 191 00:09:00,667 --> 00:09:02,335 ऐसा पहली बार नहीं हो रहा। 192 00:09:02,419 --> 00:09:06,131 अतीत में, कई देशों ने इसका इस्तेमाल, खास तौर पर महंगाई का मुकाबला करने, 193 00:09:06,214 --> 00:09:07,382 या फिर कर से बचने वालों के लिए किया 194 00:09:07,465 --> 00:09:09,217 पर नकली नोटों का मुकाबला करने के लिए नहीं। 195 00:09:10,093 --> 00:09:12,554 और घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। 196 00:09:13,305 --> 00:09:15,015 ये कैसे होता है, इस बात को समझाने के लिए, 197 00:09:15,098 --> 00:09:17,726 मान लीजिए आज रात यू.एस. सरकार आपसे कहती है 198 00:09:17,809 --> 00:09:21,855 कि आपके 20, 50 और 100 के नोटों का कोई मोल नहीं रह जाएगा। 199 00:09:23,231 --> 00:09:27,360 ठीक यही चीज़ भारत की 85 प्रतिशत से भी ज़्यादा मुद्रा के साथ हुई। 200 00:09:29,529 --> 00:09:32,365 भारत की अर्थव्यवस्था को नकली नोटों से बचाने के इरादे से 201 00:09:32,449 --> 00:09:33,575 प्रधानमंत्री ने 202 00:09:33,658 --> 00:09:35,785 नकली नोटों के साथ-साथ असली नोटों को भी बेकार कर दिया, 203 00:09:35,869 --> 00:09:38,371 पर जैसी उम्मीद की गई थी, इसके नतीजे वैसे नहीं निकले। 204 00:09:39,456 --> 00:09:40,707 गार्गी भट्टाचार्जी वित्तीय विश्लेषक 205 00:09:40,790 --> 00:09:42,459 गार्गी भट्टाचार्जी एक वित्तीय विश्लेषक हैं 206 00:09:42,542 --> 00:09:46,546 जिन्होंने 2016 की नोटबंदी को 207 00:09:46,629 --> 00:09:48,840 और भारतीय जनता पर उसके प्रभाव को साफ़-साफ़ देखा। 208 00:09:49,215 --> 00:09:51,301 नोटबंदी का इन सब लोगों पर क्या असर पड़ा? 209 00:09:51,843 --> 00:09:53,094 मुझे लगता है बहुत बड़ा असर पड़ा। 210 00:09:53,178 --> 00:09:55,889 अपने आसपास जितने भी लोगों को देख रहे हैं, उन्हें नकद में पैसे दिए जाते हैं। 211 00:09:55,972 --> 00:09:58,558 आप शायद उन्हें चेक से पैसे नहीं दे पाएँगे 212 00:09:58,641 --> 00:10:00,727 क्योंकि, आखिरकार, इनके लिए उसका कोई मोल नहीं है। 213 00:10:03,605 --> 00:10:05,774 तो, नोटबंदी के बारे आपको पता कैसे चला? 214 00:10:05,857 --> 00:10:07,776 सबसे पहले उसका असर कब दिखाई दिया? 215 00:10:07,859 --> 00:10:08,902 टीवी पर था। 216 00:10:08,985 --> 00:10:13,073 8 बजे की खबरें। अचानक से, नरेंद्र मोदी भाषण दे रहे थे, 217 00:10:13,156 --> 00:10:14,491 प्रधानमंत्री। 218 00:10:14,574 --> 00:10:19,537 और वह कुछ नोटों की बात कर रहे थे 219 00:10:19,621 --> 00:10:21,247 जो उस वक्त से बंद हो जाएँगे। 220 00:10:21,331 --> 00:10:22,707 इसकी जो वजह दी गई 221 00:10:22,791 --> 00:10:24,918 वो नकली नोटों पर रोक लगाना था। 222 00:10:25,001 --> 00:10:28,004 और धीरे-धीरे, आधे घंटे, 45 मिनट बाद, 223 00:10:28,088 --> 00:10:31,049 मैंने देखा कि जितने भी एटीएम थे, 224 00:10:31,132 --> 00:10:33,176 उनके बाहर लंबी-लंबी लाइनें लग गईं। 225 00:10:33,259 --> 00:10:35,512 क्योंकि उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। 226 00:10:35,595 --> 00:10:36,930 चारों ओर अफ़रा-तफ़री फैल गई। 227 00:10:39,015 --> 00:10:42,977 प्रधानमंत्री ने जिस बात का आदेश दिया था, देश उसे स्वीकारने को राज़ी नहीं था। 228 00:10:45,313 --> 00:10:46,940 नए नोट छापे गए, 229 00:10:47,023 --> 00:10:49,943 पर भारत में जितने भी एटीएम थे, उनमें तुरंत नए नोट खाली हो गए 230 00:10:50,026 --> 00:10:52,278 और कुछ तो बैंकों की मशीनों में फ़िट ही नहीं हो पाए। 231 00:10:53,113 --> 00:10:55,073 इसके चलते मौतें हुईं। 232 00:10:55,156 --> 00:10:57,784 क्योंकि अचानक से, एक आदमी का 233 00:10:57,867 --> 00:10:59,244 दिवालिया निकल जाता है। 234 00:10:59,327 --> 00:11:01,538 किसान मरे हैं, मज़दूर मरे हैं, 235 00:11:01,621 --> 00:11:04,707 क्योंकि अपने काम-काज के लिए, उनके पास पैसा ही नहीं था। 236 00:11:04,791 --> 00:11:07,669 क्या खाएँगे? अपने बच्चों को क्या खिलाएँगे? 237 00:11:07,752 --> 00:11:09,337 तो, इसकी वजह से लोगों की मौतें भी हुईं? 238 00:11:09,421 --> 00:11:10,338 बिलकुल। 239 00:11:10,422 --> 00:11:13,633 सिर्फ़ नकली नोटों पर ध्यान देने के अलावा, 240 00:11:13,716 --> 00:11:17,053 नोटबंदी की वजह से और कितना कुछ हुआ। 241 00:11:17,887 --> 00:11:20,890 तो, ये हुआ क्यों? 242 00:11:20,974 --> 00:11:24,018 मतलब, भारत में बहुत ही प्रतिभावान अर्थशास्त्री हैं। 243 00:11:24,102 --> 00:11:26,771 प्रधानमंत्री को सलाह देने वाले लोग थे कौन? 244 00:11:26,855 --> 00:11:29,274 इसे इतना कठोर उपाय क्यों माना गया? 245 00:11:29,357 --> 00:11:31,901 ऐसा बताया गया है कि नोटबंदी के बारे में 246 00:11:31,985 --> 00:11:33,445 तकरीबन आठ से लेकर दस लोगों को पता था। 247 00:11:33,528 --> 00:11:36,614 पर मिस्टर अनिल बोकिल नाम का एक बंदा था, 248 00:11:36,698 --> 00:11:40,618 कहा जाता है कि प्रधानमंत्री के सामने ये विचार उन्हीं ने डाला। 249 00:11:40,702 --> 00:11:43,997 पर जिस तरह से इसे पेश किया गया था, इसे उसी तरह लागू नहीं किया गया। 250 00:11:45,915 --> 00:11:47,500 ये हैं अनिल बोकिल... 251 00:11:47,584 --> 00:11:48,877 अनिल बोकिल नोटबंदी नीति के रचयिता 252 00:11:48,960 --> 00:11:50,628 ...जिन्हें यहाँ गुरू अंकल के नाम से जाना जाता है। 253 00:11:51,838 --> 00:11:55,049 उनका दावा है कि उनका इरादा भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाने का है। 254 00:11:56,676 --> 00:11:59,512 उन्होंने एक परिकल्पना तैयार की कि भारत का जो आर्थिक संकटकाल है, 255 00:11:59,596 --> 00:12:01,848 उसे नोटबंदी से हल किया जा सकता था। 256 00:12:02,640 --> 00:12:04,809 और उनकी परिकल्पना पर विश्वास दिलाने के लिए, 257 00:12:04,893 --> 00:12:06,519 उन्होंने वही किया जो बाकी सब करते हैं। 258 00:12:06,603 --> 00:12:07,770 उन्होंने एक पावरपाइंट पेशकश तैयार की। 259 00:12:08,688 --> 00:12:11,149 गुरू अंकल ने इस पावरपाइंट को लोगों के सामने पेश किया, 260 00:12:11,232 --> 00:12:13,359 और बताया कि नोटबंदी से 261 00:12:13,443 --> 00:12:14,861 देश भर को फ़ायदा होगा। 262 00:12:14,944 --> 00:12:17,071 आखिरकार, उन्हें जल्द-प्रधानमंत्री-बनने-वाले 263 00:12:17,155 --> 00:12:20,783 मोदी के साथ नौ मिनट की मुलाकात करने का मौका मिल गया। 264 00:12:21,201 --> 00:12:23,369 मोदी ने तय किया कि उन्हें ये बात पसंद आई, 265 00:12:23,453 --> 00:12:26,581 बावजूद इस बात के कि गुरू अंकल कोई अर्थशास्त्री नहीं, 266 00:12:26,664 --> 00:12:28,124 सरकार के कोई सदस्य नहीं, 267 00:12:28,208 --> 00:12:31,252 और उन्होंने कभी किसी तरह की कोई नीति नहीं बनाई है। 268 00:12:32,921 --> 00:12:33,880 हैलो। 269 00:12:33,963 --> 00:12:37,133 मैं गुरू अंकल से मिलने जा रहा हूँ और उनकी दिमागी टंकी/अनुगामी दल से 270 00:12:37,217 --> 00:12:38,801 जिन्हें अर्थक्रांति के नाम से जाना जाता है। 271 00:12:39,260 --> 00:12:41,679 उनके छोटे से दल ने भारत की आर्थिक सोच को 272 00:12:41,763 --> 00:12:43,723 काफ़ी हद तक प्रभावित किया है। 273 00:12:44,849 --> 00:12:46,142 -हैलो, दोस्तो। कैसे हैं? -हैलो। 274 00:12:47,352 --> 00:12:49,646 मैंने पहले यहाँ काम किया है। 275 00:12:49,729 --> 00:12:52,690 मैं समय रहते भारत नहीं पहुँच पाया... 276 00:12:52,774 --> 00:12:53,983 तो, आप नाकाम रहे। 277 00:12:54,067 --> 00:12:56,569 मैं ये सब ले आया हूँ। 278 00:12:56,653 --> 00:12:58,488 लगभग 400 डॉलर जितने हैं। 279 00:12:58,571 --> 00:12:59,948 ये बेकार है। 280 00:13:00,031 --> 00:13:02,909 इसका समर्थन करने के लिए कोई स्वर्ण-मान नहीं है। 281 00:13:02,992 --> 00:13:04,744 -तो, मैं तो गया। -हाँ। 282 00:13:04,827 --> 00:13:05,828 अच्छा। 283 00:13:05,912 --> 00:13:08,540 तो, नोटबंदी लागू करना 284 00:13:08,623 --> 00:13:10,625 और ये आर्थिक पुनः संरचना, 285 00:13:11,084 --> 00:13:14,003 इस सब का नकली नोटों से क्या संबंध है? 286 00:13:14,629 --> 00:13:17,507 भारत में पैसे का एक बहुत ही कच्चा हाल है। 287 00:13:17,590 --> 00:13:20,093 डिजिटल पैसे के मुकाबले, हम नकद रुपये का इस्तेमाल ज़्यादा करते हैं। 288 00:13:20,176 --> 00:13:22,637 डिजिटल पैसा एक उन्नत बात है, 289 00:13:22,720 --> 00:13:23,846 जिसका हिसाब दिया जा सकता है। 290 00:13:23,930 --> 00:13:27,559 पर जब आप नकद रुपये से, या मुद्रा से लेन-देन करते हैं, 291 00:13:27,642 --> 00:13:30,937 तो हर एक लेन-देन के बारे ज़्यादा कुछ नहीं पता चल पाएगा। 292 00:13:31,312 --> 00:13:33,940 इसलिए, नकली मुद्रा एक बड़ी चीज़ थी जिसका कुछ उपाय निकालना था। 293 00:13:34,315 --> 00:13:35,692 और इसका क्या उपाय निकला, 294 00:13:35,775 --> 00:13:39,112 और नोटबंदी के लिए आपने जो बात सुझाई थी, उसमें और, 295 00:13:39,195 --> 00:13:42,407 मोदी सरकार ने असल में जो लागू किया, इन दोनों में क्या फ़र्क था? 296 00:13:42,490 --> 00:13:45,493 तो, हमें ये उम्मीद बिलकुल नहीं थी कि एक ही बार में, हमारी 86 प्रतिशत कीमत का 297 00:13:45,577 --> 00:13:46,869 विमुद्रीकरण हो जाएगा। 298 00:13:47,745 --> 00:13:51,207 हमने ये प्रस्ताव दिया कि आप सिर्फ़ 1,000 रुपये वाले नोट बंद कर दें। 299 00:13:51,291 --> 00:13:54,210 छह महीनों के बाद, 500 वाले नोटों को बंद कर सकते हैं। 300 00:13:54,669 --> 00:13:58,214 पर असल में जो हुआ, वो पूरी तरह से अलग कर देने वाला समाधान था। 301 00:13:58,590 --> 00:14:00,925 इसलिए, उससे समाज को काफ़ी तकलीफ़ उठानी पड़ी। 302 00:14:01,676 --> 00:14:03,344 पर ऐसा करना ज़रूरी था। 303 00:14:04,053 --> 00:14:06,598 नकली नोटों का मुकाबला करने, और अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए, 304 00:14:06,681 --> 00:14:07,765 अगर किसी देश को इस हद तक जाना पड़े 305 00:14:07,849 --> 00:14:09,892 तो इसका जो अच्छा पहलू होगा, वो ठोस होना चाहिए। 306 00:14:09,976 --> 00:14:11,394 जानने को बहुत कुछ है, 307 00:14:11,477 --> 00:14:14,397 इसलिए इस बारे में जानने के लिए और थोड़ा सा तनाव हल्का करने के लिए, 308 00:14:14,480 --> 00:14:16,774 मैं यहाँ के एक कारोबारी से मिलने आया हूँ। 309 00:14:18,443 --> 00:14:19,986 -विकास। -हैलो। 310 00:14:20,903 --> 00:14:21,988 विकास कपूर कारोबारी 311 00:14:22,071 --> 00:14:23,615 विकास कपूर की एक भारतीय उत्पाद कंपनी है 312 00:14:23,698 --> 00:14:27,160 जिसने नोटबंदी के असर को सीधे-सीधे महसूस किया। 313 00:14:27,535 --> 00:14:29,662 पर प्रधानमंत्री के इस बदलाव के बारे में उसका क्या कहना है? 314 00:14:30,705 --> 00:14:33,166 मुझे लगता है उन्होंने इसका जो तरीका अपनाया, वो सही था। 315 00:14:33,249 --> 00:14:37,128 और 1.3 अरब लोगों से ये कहना कि आपके पैसे की कोई कीमत नहीं है, 316 00:14:37,211 --> 00:14:39,297 इसके लिए दम चाहिए। 317 00:14:39,380 --> 00:14:42,008 मतलब, अगर उनकी जगह मैं होता, तो मैं भी यही करता, 318 00:14:42,091 --> 00:14:44,677 क्योंकि मेरा नकली नोटों से सामना हुआ है। 319 00:14:45,637 --> 00:14:48,389 होता ये है कि जब आप नकली नोट बैंक में जमा करते हैं, 320 00:14:48,473 --> 00:14:50,266 उनका... मतलब, आपको ये पता नहीं होता, 321 00:14:50,350 --> 00:14:53,102 पर जब आप जमा करते हैं, तो उनके पास चेक करने के लिए मशीनें होती हैं। 322 00:14:53,186 --> 00:14:54,812 और अगर कोई नकली नोट उनके हाथ लगता है, 323 00:14:54,896 --> 00:14:57,440 तो वे कहते हैं कि आपका नोट नकली है और आपका पैसा गया। 324 00:14:57,523 --> 00:14:59,025 वाकई में आपका पैसा जाता है, हाँ। 325 00:14:59,108 --> 00:15:02,487 इसलिए, नोटबंदी वगैरह जब हुई, 326 00:15:02,570 --> 00:15:04,822 तो इतनी सारी कहानियाँ सामने आईं, 327 00:15:04,906 --> 00:15:06,616 और तभी सच्चाई सामने आई 328 00:15:06,699 --> 00:15:09,118 कि असल में इतना सारा नकली पैसा है, 329 00:15:09,202 --> 00:15:12,538 जो प्रणाली में घुसकर बैठा है, 330 00:15:12,622 --> 00:15:13,831 देश में घुसकर बैठा है। 331 00:15:14,332 --> 00:15:16,709 मध्यम वर्गीय आर्थिक स्तर के नीचे, 332 00:15:16,793 --> 00:15:19,128 आपने किस तरह की चुनौतियाँ देखीं? 333 00:15:19,629 --> 00:15:21,005 बहुत ही तकलीफ़देह था। 334 00:15:21,089 --> 00:15:23,508 हमें लाइनों में, कतारों में खड़ा होना पड़ा। 335 00:15:23,591 --> 00:15:26,260 लोगों को काम से छुट्टी लेनी पड़ी। 336 00:15:26,928 --> 00:15:28,262 इसलिए, मुश्किल तो था। 337 00:15:28,346 --> 00:15:30,932 पर फिर, मैं इस सब के ऊपर की बात को देखता हूँ। 338 00:15:31,391 --> 00:15:32,975 मतलब, जबसे ये हुआ है, 339 00:15:33,059 --> 00:15:35,186 मुझे पता है कि कर देने वालों की गिनती दुगनी हो गई है। 340 00:15:35,269 --> 00:15:37,355 क्या आप ये कह रहे हैं कि लोग इसलिए कर दे रहे हैं 341 00:15:37,438 --> 00:15:39,565 क्योंकि उन्हें मजबूरन बैंक के खाते खोलने पड़े 342 00:15:39,649 --> 00:15:42,193 और अब उनकी कमाई का पूरा-पूरा हिसाब-किताब दिखाई देता है? 343 00:15:42,276 --> 00:15:44,028 बिलकुल। और इसे आसान बनाया गया है। 344 00:15:44,112 --> 00:15:47,281 इंटरनेट पर पैसे दे सकते हैं, बैंक के खाते खोलना, 345 00:15:47,365 --> 00:15:49,283 एकदम गाँवों तक। 346 00:15:49,367 --> 00:15:53,246 और इससे लोगों को अर्थव्यवस्था की पहचान भी होती है। 347 00:15:53,329 --> 00:15:54,539 उन्हें समझ में आता है। 348 00:15:54,622 --> 00:15:57,792 उन्हें ये समझ में आता है कि असल दुनिया में कैसे जिया जाए। 349 00:15:58,209 --> 00:16:01,129 अलग-अलग आर्थिक स्तरों में, लोगों ने जिन मुश्किलों का सामना किया, 350 00:16:01,587 --> 00:16:02,922 आप ये मानते हैं कि ये मुश्किल था, 351 00:16:03,005 --> 00:16:04,882 पर साथ ही ये भी मानते हैं कि ऐसा होना ज़रूरी था 352 00:16:04,966 --> 00:16:06,884 क्योंकि इसके अलावा और कोई तरीका नहीं था पीछा छुड़ाने का... 353 00:16:06,968 --> 00:16:08,136 मानता हूँ। 354 00:16:08,219 --> 00:16:10,138 हाँ, बिलकुल मानता हूँ। मैं इस बात को मानता हूँ। 355 00:16:10,221 --> 00:16:11,806 क्योंकि ऐसा होने की ज़रूरत थी। 356 00:16:11,889 --> 00:16:13,850 क्योंकि जब ये सब होता है, 357 00:16:13,933 --> 00:16:16,018 सरकार को और ज़्यादा करने में मदद मिलती है। 358 00:16:16,102 --> 00:16:19,355 मतलब, बेहतर मेडिकल फ़ायदे, बेहतर मूलभूत सुविधाएँ, 359 00:16:19,439 --> 00:16:22,024 बेहतर सड़कें, बेहतर स्कूल। 360 00:16:22,608 --> 00:16:25,403 अगर सरकार के पास पैसा होगा, तो वो तनख्वाह अच्छी दे पाएगी, 361 00:16:25,486 --> 00:16:26,696 आपको अच्छे शिक्षक मिलेंगे, 362 00:16:26,779 --> 00:16:29,073 बच्चे सरकारी स्कूलों में जाना शुरू करते हैं। हर तरफ़ विकास होता है। 363 00:16:29,365 --> 00:16:31,451 तो ये सारी बातें जो हैं, इनका असर दिखाई देता है, 364 00:16:31,534 --> 00:16:32,660 जो मेरे हिसाब से बहुत अच्छी बात है 365 00:16:32,744 --> 00:16:34,454 और देश के लिए इसकी ज़रूरत है। 366 00:16:36,539 --> 00:16:37,915 तो, इतना सब कुछ करने के बाद, 367 00:16:38,624 --> 00:16:40,084 आज भारत की क्या स्थिति है? 368 00:16:40,752 --> 00:16:42,837 क्या जालसाज़ी की समस्या खत्म हो गई है? 369 00:16:43,337 --> 00:16:44,881 देखा जाए तो, नहीं। 370 00:16:46,507 --> 00:16:50,845 पता चलता है कि नए नोटों की नकल बखूबी की जा रही है। 371 00:16:50,928 --> 00:16:52,680 नोटबंदी नकली नोटों पर रोक लगाने में नाकाम 372 00:16:54,348 --> 00:16:56,517 तो, क्या भारत इस समस्या का इससे बेहतर उपाय निकाल सकता था? 373 00:16:56,601 --> 00:16:58,227 पालो आल्टो 374 00:16:58,311 --> 00:16:59,729 कैलिफ़ोर्निया 375 00:16:59,812 --> 00:17:02,190 यूरोपियन संघ ने जब जालसाज़ी की समस्या का सामना किया, 376 00:17:02,273 --> 00:17:04,650 तो उन्होंने एक अलग रास्ता अपनाया 377 00:17:04,734 --> 00:17:08,237 और कोशिश की कि नकली नोट आसानी से सभी की पकड़ में आ जाएँ। 378 00:17:11,783 --> 00:17:12,867 ये तो बहुत ही कमाल का है। 379 00:17:12,950 --> 00:17:15,661 ये एक न्यूरोसाइंटिस्ट का दफ़्तर है। 380 00:17:15,745 --> 00:17:16,662 -छुपने की जगह। -छुपने की जगह। 381 00:17:16,746 --> 00:17:17,789 बिलकुल। हाँ। 382 00:17:18,247 --> 00:17:22,460 डेविड ईगलमेन स्टैनफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में एक न्यूरोसाइंस प्रोफ़ेसर हैं। 383 00:17:22,543 --> 00:17:26,214 और उनकी प्रयोगशाला स्काई मॉल का खुफ़िया मुख्यालय लगती है। 384 00:17:26,589 --> 00:17:30,218 2013 में, यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने उन्हें 385 00:17:30,510 --> 00:17:33,846 ऐसा नोट बनाने के लिए रखा, जिसकी नकल मुमकिन न हो, 386 00:17:33,930 --> 00:17:36,891 सेंसरी सबस्टीट्यूशन और ब्रेन प्लास्टिसिटी के 387 00:17:36,974 --> 00:17:38,434 उनके ज्ञान का प्रयोग करते हुए। 388 00:17:38,643 --> 00:17:40,937 तो हमें कई सारी एक-जैसी बातें देखने को मिलेंगी। 389 00:17:41,646 --> 00:17:42,688 आप एक न्यूरोसाइंटिस्ट हैं। 390 00:17:42,772 --> 00:17:46,400 एक न्यूरोसाइंटिस्ट का मुद्रा तैयार करने में क्या हाथ है? 391 00:17:46,943 --> 00:17:47,902 डेविड ईगलमेन न्यूरोसाइंटिस्ट 392 00:17:47,985 --> 00:17:49,403 जालसाज़ी को समझना, 393 00:17:49,487 --> 00:17:51,656 काफ़ी हद तक ये समझना है कि लोग असल में क्या देखते हैं 394 00:17:51,739 --> 00:17:52,615 और क्या नहीं देखते। 395 00:17:52,698 --> 00:17:56,077 तो, सरकारें काफ़ी पैसा खर्चा करके ऐसे चिह्न डालती हैं 396 00:17:56,160 --> 00:17:59,080 जो अगर हम ध्यान से न देखें तो, आमतौर पर अनदेखा कर जाते हैं। 397 00:17:59,163 --> 00:18:00,790 -दिलचस्प बात है। अच्छा। -हाँ। 398 00:18:00,873 --> 00:18:03,709 इसलिए, यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने एक अभियान चालू किया 399 00:18:03,793 --> 00:18:06,003 जहाँ उन्होंने लोगों से पैसे को देखने को कहा, 400 00:18:06,087 --> 00:18:08,881 उन्होंने कहा, "नोट को आगे बढ़ाने के बजाय, 401 00:18:08,965 --> 00:18:10,925 "ज़रा रुको और उसे देखो, उसे ध्यान से देखो।" 402 00:18:11,342 --> 00:18:12,927 और हुआ ये कि इससे कोई फ़ायदा नहीं हुआ। 403 00:18:13,010 --> 00:18:15,638 क्योंकि अगर कोई मुझे 50 डॉलर का नकली नोट पकड़ाएगा, 404 00:18:16,389 --> 00:18:18,057 और मुझे नहीं पता कि वो नकली है 405 00:18:18,140 --> 00:18:21,102 और अगर मैं उसे आगे बढ़ा दूँ और वो चल जाए, तो नागरिक के नाते मुझे फ़र्क नहीं पड़ता। 406 00:18:21,185 --> 00:18:22,937 तो, वे ये देखने की कोशिश कर रहे हैं 407 00:18:23,020 --> 00:18:24,897 कि उस नोट को बेहतर तरीके से डिज़ाइन कैसे किया जा सकता है? 408 00:18:24,981 --> 00:18:26,983 तो, वहीं पर उनकी नज़र न्यूरोसाइंस पर पड़ी। 409 00:18:27,066 --> 00:18:29,652 और आपने क्या सलाह दी? उन्होंने क्या किया? 410 00:18:29,735 --> 00:18:32,196 तो, मैंने कुछ अलग-अलग तरह के सुझाव दिए। 411 00:18:32,280 --> 00:18:33,823 पहला ये, 412 00:18:33,906 --> 00:18:36,659 यूरोप में जितना भी पैसा है, वो सारा एक माप का होना चाहिए। 413 00:18:36,742 --> 00:18:38,995 -क्योंकि उनके नोट... -बिलकुल। 414 00:18:39,078 --> 00:18:41,038 उनके नोट अलग-अलग माप के होते हैं, 415 00:18:41,122 --> 00:18:44,208 और अगर एक ही माप के होंगे तो फ़र्क पता करने के लिए, 416 00:18:44,292 --> 00:18:46,294 आपको मजबूरन उसे थोड़ा ध्यान से देखना होगा। 417 00:18:46,711 --> 00:18:47,837 बल्कि, अगर अलग-अलग माप के होंगे, 418 00:18:47,920 --> 00:18:50,256 तो आपको लगता है आपको पता है कि कौन सा नोट है और आगे क्या बढ़ा रहे हैं। 419 00:18:50,339 --> 00:18:54,427 दूसरा ये था कि नोटों पर जो वाटर-मार्क है 420 00:18:54,510 --> 00:18:56,053 वो एक इमारत का है। 421 00:18:56,137 --> 00:18:59,724 और ऐसा है कि हमारे पास इस बात की पहचान करने की ज़्यादा क्षमता नहीं है 422 00:18:59,807 --> 00:19:02,226 कि इमारतों में क्या फेर-बदल हो रहा है। 423 00:19:02,310 --> 00:19:05,354 चेहरों में क्या फेर-बदल हो रहा है, उसकी हम ज़्यादा पहचान कर पाते हैं। 424 00:19:05,438 --> 00:19:07,315 और ऐसा होता है कि वाटर-मार्क जो है, 425 00:19:07,398 --> 00:19:10,234 उस एक चीज़ की नकल उतारना सबसे ज़्यादा मुश्किल होता है। 426 00:19:10,318 --> 00:19:14,322 तो, उन्होंने किया ये कि योरोपा, जो एक काल्पनिक इंसान है, 427 00:19:14,405 --> 00:19:15,865 उसका वाटर-मार्क डाल दिया। 428 00:19:17,283 --> 00:19:18,659 मेरी तीसरी सलाह ये थी, 429 00:19:18,784 --> 00:19:22,288 नोट में इतनी सारी चीज़ें होती हैं जिनसे आपका ध्यान बंटता है, 430 00:19:22,371 --> 00:19:25,583 जिसका नोट के सुरक्षा चिह्न से कोई संबंध नहीं होता। 431 00:19:25,666 --> 00:19:27,251 तो, मैं चाहता हूँ आप ये करें। 432 00:19:27,335 --> 00:19:30,838 तो, इस नोट को पकड़िए और पाँच सेकंड इसे देखिए। 433 00:19:30,922 --> 00:19:31,923 अच्छा। 434 00:19:32,840 --> 00:19:35,009 -हाँ। -और अब, मुझे ये पकड़ा दीजिए 435 00:19:35,092 --> 00:19:37,803 और मैं आपको एक दूसरा नोट देता हूँ। बताइए फ़र्क क्या है। 436 00:19:40,348 --> 00:19:41,682 मैं आपको फ़र्क नहीं बता सकता। 437 00:19:41,766 --> 00:19:43,476 अच्छा, इससे ये पता चलता है 438 00:19:43,559 --> 00:19:46,395 कि आपके नोट पर जितनी ज़्यादा चीज़ें होंगी, 439 00:19:46,479 --> 00:19:49,649 फ़र्क बता पाना और ज़्यादा मुश्किल हो जाता है। 440 00:19:49,732 --> 00:19:52,026 दरअसल, ये नोट एक-दूसरे से काफ़ी अलग हैं। 441 00:19:52,109 --> 00:19:53,945 अगर आप इन पर लगे हॉलोग्राम को देखेंगे, 442 00:19:54,028 --> 00:19:55,780 जो एकमात्र सुरक्षा चिह्न है 443 00:19:55,863 --> 00:19:57,949 जिसके लिए सरकार काफ़ी पैसा खर्च करती है। 444 00:19:58,032 --> 00:20:00,284 बाप रे। ये तो बहुत ही हल्का है। 445 00:20:00,368 --> 00:20:02,578 बहुत ही हल्का है और ये बात भी है, ठीक है? 446 00:20:02,662 --> 00:20:04,830 क्योंकि इसमें इतना कुछ है, 447 00:20:04,914 --> 00:20:06,374 आपके लिए ये देखना मुश्किल है। 448 00:20:06,457 --> 00:20:07,750 हाँ, बाप रे। 449 00:20:07,833 --> 00:20:10,544 तो, मैंने ये कहा कि ऐसा नोट होना चाहिए 450 00:20:10,628 --> 00:20:12,129 जिस पर कुछ भी न छपा हो, 451 00:20:12,213 --> 00:20:13,506 जिसके बीच में एक ही हॉलोग्राम हो 452 00:20:13,589 --> 00:20:16,342 बाकी जितनी भी ध्यान बाँटने वाली चीज़ें हैं, उन्हें हटा दीजिए। 453 00:20:16,425 --> 00:20:17,718 आपकी बात समझ रहा हूँ। 454 00:20:17,802 --> 00:20:19,679 जहाँ सरलता ही वो चीज़ है 455 00:20:19,762 --> 00:20:22,473 जिसकी परख उपभोक्ता आसानी से कर सके। 456 00:20:22,556 --> 00:20:24,558 बिलकुल। तो, यूरोपियन यूनियन को लगा 457 00:20:24,642 --> 00:20:26,143 कि ये एक बहुत ही अच्छा सुझाव है, 458 00:20:26,227 --> 00:20:28,229 पर उन्होंने तय किया कि आखिरकार वे ऐसा नहीं कर सकते। 459 00:20:28,312 --> 00:20:31,315 क्योंकि अगर देश की मुद्रा खूबसूरत हो तो 460 00:20:31,399 --> 00:20:33,985 वो देश के लिए शान की बात होती है। उससे उनकी अहमियत बढ़ती है। 461 00:20:34,068 --> 00:20:36,153 तो, उन्होंने तय किया कि ऐसा नोट नहीं बना सकते 462 00:20:36,237 --> 00:20:38,322 जो पूरा खाली हो और जिस पर सिर्फ़ एक हॉलोग्राम हो, 463 00:20:38,406 --> 00:20:39,323 बावजूद इसके कि वो एकदम सही रहेगा। 464 00:20:39,407 --> 00:20:41,409 तो एक दिखावे की बात होती है 465 00:20:41,492 --> 00:20:43,619 कि सरकारों को अपनी मुद्रा पर क्या चाहिए? 466 00:20:43,703 --> 00:20:45,871 -उन्हें एक ब्रैंड बनाना होता है? -हाँ, बिलकुल ठीक कहा। 467 00:20:46,747 --> 00:20:50,501 ये बहुत ही मूर्खता वाली बात है कि दिखावे के चलते देश की मुद्रा खतरे में आ जाती है, 468 00:20:50,584 --> 00:20:51,961 पर शायद बात सही भी है। 469 00:20:52,044 --> 00:20:56,132 मतलब, हाँ, हम सब अच्छे दिखना चाहते हैं, पर हम सभी के पास उतने पैसे नहीं होते। 470 00:20:56,716 --> 00:20:58,843 यहीं पर नकली ब्रैंड अपने खेल खेलते हैं। 471 00:20:58,926 --> 00:21:02,430 वो ब्रैंड जो हमें बेहद पसंद हैं और जिन्हें हम खुद पहनते भी हैं, 472 00:21:02,513 --> 00:21:05,016 दुनिया भर में उनकी नकल की जा रही है। 473 00:21:05,099 --> 00:21:07,184 मिसाल के तौर पर, एक असल अर्मेस बैग की कीमत 474 00:21:07,268 --> 00:21:10,563 1,00,000 डॉलर से भी ज़्यादा हो सकती है। 475 00:21:10,646 --> 00:21:14,442 पर उसी की नकल आपको कुछ-एक सौ डॉलर में मिल सकती है। 476 00:21:14,900 --> 00:21:18,779 इसी तरह नकली चीज़ें, असली कंपनियों से हर साल 477 00:21:18,863 --> 00:21:20,948 460 अरब डॉलर का कारोबार छीन लेती हैं। 478 00:21:23,993 --> 00:21:26,078 हाँग काँग 479 00:21:26,162 --> 00:21:28,581 हाँग काँग दुनिया का एक बड़ा आर्थिक अड्डा है। 480 00:21:28,664 --> 00:21:30,875 और क्योंकि वो चीन के करीब पड़ता है, 481 00:21:30,958 --> 00:21:33,085 जहाँ कापीराइट नियम मुश्किल से लागू होते हैं, 482 00:21:33,169 --> 00:21:34,754 हाँग काँग एक ऐसा बाज़ार है 483 00:21:34,837 --> 00:21:38,299 जहाँ दुनिया भर की तकरीबन 25 प्रतिशत नकली चीज़ें बिकती हैं। 484 00:21:39,467 --> 00:21:41,761 तो, असल क्या है और नकल क्या है? 485 00:21:41,844 --> 00:21:43,345 और इस बारे में कौन क्या कर रहा है? 486 00:21:43,763 --> 00:21:45,931 इन्हीं सवालों के जवाब ढूँढ़ने, मैं यहाँ आया हूँ। 487 00:21:46,557 --> 00:21:49,185 अच्छा, कैल, तो हाँग काँग में, ये लेडीज़ मार्केट है। 488 00:21:49,268 --> 00:21:51,062 हम यहाँ घूमकर, दुनिया भर के 489 00:21:51,145 --> 00:21:52,730 काफ़ी लोगों को देखेंगे 490 00:21:52,813 --> 00:21:54,356 जो यहाँ कई सारी नकली चीज़ें खरीदने आते हैं। 491 00:21:54,440 --> 00:21:55,274 अच्छा। 492 00:21:55,357 --> 00:21:59,070 ये जितनी भी भीड़ है, यू.एस. जैसे देश की माँग के चलते है। 493 00:21:59,153 --> 00:22:01,530 टेड कवोरस, भूतपूर्व न्यू यॉर्क पुलिसवाला, 494 00:22:01,614 --> 00:22:04,408 अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, जालसाज़ी के अपराध का मुकाबला करते हैं। 495 00:22:04,492 --> 00:22:06,911 उन्हें दुनिया भर के ब्रैंड काम पर रखते हैं जिन्हें शक है 496 00:22:06,994 --> 00:22:08,412 कि उनकी चीज़ों की नकल तैयार की जा रही है। 497 00:22:10,790 --> 00:22:12,583 अगर आप किसी देश के नाते या पुलिस के नाते, 498 00:22:12,666 --> 00:22:14,585 या किसी कंपनी के नाते, जालसाज़ी का मुकाबला कर रहे हैं... 499 00:22:14,668 --> 00:22:15,669 टेड कवोरस गैर सरकारी अन्वेषक 500 00:22:15,753 --> 00:22:18,214 ...आपको हर एक स्तर पर हमला करना होगा। 501 00:22:18,839 --> 00:22:20,591 इसलिए, जहाँ पर बिक्री हो रही हो, वहाँ पर हमला करना 502 00:22:20,674 --> 00:22:23,010 जालसाज़ी से मुकाबला करने की एक कूटनीति है। 503 00:22:23,594 --> 00:22:26,347 तो, ये पॉल फ़्रैंक के हेडफ़ोन, है ना? 504 00:22:26,430 --> 00:22:27,431 100 फ़ीसदी नकली हैं। 505 00:22:27,515 --> 00:22:29,517 -तो ज़ाहिर है, ये भी नकली हैं। -हाँ। 506 00:22:29,600 --> 00:22:31,560 यहाँ स्टार वॉर्स और स्पाइडर-मैन और... 507 00:22:31,644 --> 00:22:33,938 मार्वेल कॉमिक किताबें जिन पर फ़िल्में बनीं। 508 00:22:34,021 --> 00:22:35,147 माई लिटल पोनी। 509 00:22:36,857 --> 00:22:40,277 ये बाज़ार ऐसी जगह है जहाँ कोई भी पर्यटक एक-दो चीज़ें खरीदने आएगा, 510 00:22:40,361 --> 00:22:42,947 पर विदेशों से आने वाले बड़े-बड़े खरीदार सीधे कारखाने में जाते हैं। 511 00:22:43,030 --> 00:22:44,406 "बड़े खरीदार" मतलब? 512 00:22:44,490 --> 00:22:47,284 बड़े खरीददार माल डिब्बे खरीदते हैं और उसे अपने देश में बेचते हैं। 513 00:22:47,368 --> 00:22:49,370 -जहाज़ों वाले माल डब्बे? -हाँ, 20 या 40 फुट वाला डब्बा। 514 00:22:49,453 --> 00:22:53,582 तो, एक बड़ा खरीदार यहाँ से जहाज़ों वाले माल डब्बे भरकर सामान खरीदता है। 515 00:22:53,666 --> 00:22:54,750 कई सारे। 516 00:22:54,834 --> 00:22:57,336 -तो, मेरा ध्यान कारखाने को... -अच्छा। 517 00:22:57,419 --> 00:22:59,463 ...निर्माण करने से रोकना होता है, तो ये यहाँ आ पहुँचता है। 518 00:23:03,384 --> 00:23:05,511 टेड अपने हाँग काँग दफ़्तर से काम करते हैं, 519 00:23:05,594 --> 00:23:07,763 जिसमें ज़ब्त किया हुआ नकली माल खचाखच भरा है 520 00:23:07,847 --> 00:23:10,933 रहस्यमय जलवे वाले एक अंतरराष्ट्रीय आदमी के साथ। 521 00:23:12,601 --> 00:23:14,812 उनके साथ काम करना और उनकी गतिविधियों के सबूत इकट्ठा करना ही 522 00:23:14,895 --> 00:23:16,605 हमारा काम है। 523 00:23:16,689 --> 00:23:19,400 और हम एक विदेशी खरीदार का रूप लेकर, ये काम करते हैं। 524 00:23:21,026 --> 00:23:22,987 और उसके लिए हमें गुप्त रहकर काम करना पड़ता है 525 00:23:23,070 --> 00:23:24,738 और उनकी हरकतों का हिसाब रखना पड़ता है। 526 00:23:24,822 --> 00:23:25,906 बहुत ही अच्छी बात है। 527 00:23:25,990 --> 00:23:28,617 मैं एक अरबी राजकुमार, या फिर मेक्सिकन नशा व्यापारी बनकर जाता हूँ। 528 00:23:28,701 --> 00:23:30,619 या फिर कोई कारोबारी बनूँगा और... 529 00:23:30,703 --> 00:23:32,288 अब मुझे मज़ा आ रहा है क्योंकि मुझे लगता है 530 00:23:32,371 --> 00:23:34,540 कि जब मैं अभिनय छोड़ दूँगा... 531 00:23:34,623 --> 00:23:35,791 आप मेरा अभिनय कर सकते हैं? 532 00:23:35,875 --> 00:23:38,419 मैं यहाँ आ सकता हूँ, आप मुझे गुप्त रूप से काम करने के लिए रख सकते हैं। 533 00:23:39,044 --> 00:23:41,547 तो, वो सबसे दिलचस्प चीज़ क्या है जो आप लोगों ने ज़ब्त की है? 534 00:23:41,630 --> 00:23:44,884 सबसे दिलचस्प चीज़ शायद दवाइयों की जांच करने वाले किट होते हैं। 535 00:23:46,594 --> 00:23:47,887 उनमें आपके शरीर के 536 00:23:48,596 --> 00:23:51,849 कुछ नकली हिस्से होते हैं 537 00:23:51,932 --> 00:23:53,517 जिससे कि आप पेशाब की जांच कर पाएँगे। 538 00:23:53,601 --> 00:23:56,145 तो, मतलब, नकली लिंग जिससे पेशाब निकलता है? 539 00:23:56,228 --> 00:23:57,980 हाँ, और उनकी जालसाज़ी हो रही थी। 540 00:23:58,063 --> 00:23:59,315 रुको, रुको, रुको। 541 00:24:00,232 --> 00:24:02,735 तो, इसका एक असली प्रारूप भी है। 542 00:24:02,818 --> 00:24:04,028 अरे, हाँ। 543 00:24:04,111 --> 00:24:05,654 पर ये नकली प्रारूप है। 544 00:24:05,738 --> 00:24:06,655 हाँ। 545 00:24:06,739 --> 00:24:09,783 तो, जो लोग इन्हें बनाते हैं, 546 00:24:09,867 --> 00:24:12,411 उनका मुनाफ़ा काफ़ी घट रहा था? 547 00:24:13,245 --> 00:24:14,246 हाँ। 548 00:24:15,706 --> 00:24:17,333 बड़ी शर्म की बात होगी 549 00:24:17,416 --> 00:24:19,877 अगर किसी को ये पता चले कि आपके नकली लिंग की भी एक नकल है। 550 00:24:20,252 --> 00:24:23,172 पर ऐसी नकली चीज़ें हैं जो खतरे का कारण हैं। 551 00:24:23,631 --> 00:24:25,883 -ये क्या है? -ये बिजली का नकली स्विच है। 552 00:24:25,966 --> 00:24:27,927 नहीं। नकली मतलब ये चलता नहीं? 553 00:24:28,010 --> 00:24:28,928 या फिर इनमें बिजली कम होती है? 554 00:24:29,011 --> 00:24:31,263 ऐसे कारखाने हैं जो नकली स्विच बनाते हैं 555 00:24:31,347 --> 00:24:33,933 और चालकता के लिए, तांबे में अल्युमीनियम की मात्रा कम डालते हैं। 556 00:24:34,016 --> 00:24:36,310 पर इसमें मुश्किल ये है कि अगर तांबा कम होगा 557 00:24:36,393 --> 00:24:38,270 और अल्युमीनियम ज़्यादा होगा, तो आसानी से आग लग जाएगी। 558 00:24:38,354 --> 00:24:40,356 -बाप रे। -इसलिए, ये बहुत बड़ा खतरा है। 559 00:24:40,439 --> 00:24:42,399 ऐसी चीज़ें जाती कहाँ हैं? कौन खरीदता है इन्हें? 560 00:24:42,483 --> 00:24:44,777 मान लीजिए आप कोई निर्माण ठेकेदार हैं, 561 00:24:44,860 --> 00:24:47,571 क्या उस इंसान को पता होगा कि वे खतरनाक नकली चीज़ें खरीद रहे हैं? 562 00:24:47,655 --> 00:24:50,366 उपभोक्ता, अंतिम प्रयोक्ता जो होता है, उसे ये पता नहीं चलेगा। 563 00:24:50,449 --> 00:24:54,662 इस तरह का स्विच, जिसके चलते इमारत को आग लग सकती है जब बच्चा सो रहा हो, 564 00:24:54,745 --> 00:24:56,080 जब आपने इन लोगों से बात की, 565 00:24:56,163 --> 00:24:58,040 क्या वे इस बात को समझते हैं कि वे क्या कर रहे हैं 566 00:24:58,123 --> 00:24:59,208 और उन्हें इससे कोई मतलब नहीं? 567 00:24:59,291 --> 00:25:00,376 -कोई फ़र्क नहीं पड़ता। -कोई फ़र्क नहीं पड़ता। 568 00:25:00,459 --> 00:25:02,503 उन्हें पता है। पता कैसे नहीं होगा? 569 00:25:02,586 --> 00:25:05,381 बाकियों की परवाह किए बगैर, वे ये सब जानबूझकर कर रहे हैं। 570 00:25:05,464 --> 00:25:06,757 बाप रे। 571 00:25:06,840 --> 00:25:10,177 हालात बहुत ही बिगड़ते जा रहे हैं और थोड़े से डरावने भी। 572 00:25:11,387 --> 00:25:13,681 जालसाज़ी करने वाले, सड़कों पर घूमते हुए 573 00:25:13,764 --> 00:25:15,307 छोटे-मोटे ठग नहीं होते। 574 00:25:15,391 --> 00:25:18,394 उनके काम करने के तरीके मेरी समझ से कहीं ज़्यादा पेचीदा होते हैं। 575 00:25:19,019 --> 00:25:20,437 काश मेरे पास कोई विशेषज्ञ होता 576 00:25:20,521 --> 00:25:23,774 जो मुझे ये बता पाता कि इस अपराध में हालात कितने बुरे हैं। 577 00:25:25,943 --> 00:25:29,154 एलिस्टर ग्रे को बौद्धिक संपदा अन्वेषक के रूप में काम करते 578 00:25:29,238 --> 00:25:30,406 एक दशक से ज़्यादा वक्त हो गया। 579 00:25:30,489 --> 00:25:34,827 उनका कहना है कि इंटरनेट जालसाज़ी और नकली चीज़ों की अगली हद है। 580 00:25:36,996 --> 00:25:39,248 उस स्तर पर हमें जो देखने को मिल रहा है 581 00:25:39,331 --> 00:25:41,667 वो महज़ एक परत है जहाँ इस सब का अंत होगा, 582 00:25:41,750 --> 00:25:43,919 उपभोक्ता को बस वहीं तक दिखाई देता है। 583 00:25:44,003 --> 00:25:45,170 पर ये अब बदल चुका है। 584 00:25:45,254 --> 00:25:46,255 एलिस्टर ग्रे बौद्धिक संपदा अन्वेषक 585 00:25:46,338 --> 00:25:48,549 मुझे लगता है आज के वक्त में, इंटरनेट पर ज़्यादा लेन-देन होता है। 586 00:25:48,632 --> 00:25:50,801 इंटरनेट वाइल्ड वेस्ट की तरह है। 587 00:25:51,844 --> 00:25:54,888 इंटरनेट पर जो कुछ है, उस बारे में मैंने पहले कभी नहीं सोचा। 588 00:25:54,972 --> 00:25:57,057 क्या वहीं से कई लोगों को ये सब मिलता है? 589 00:25:57,141 --> 00:26:00,019 हाँ, जालसाज़ी और बढ़ गई है 590 00:26:00,102 --> 00:26:02,104 और बात अब ब्रैंड के दुरुपयोग पर आकर रुक गई है। 591 00:26:02,187 --> 00:26:05,607 तो, अगर आप कोई ब्रैंड हैं और अगर आपकी कुछ मशहूर चीज़ें बिकती हैं, 592 00:26:05,691 --> 00:26:08,736 तो जालसाज़ी करने वाले असली साइटों को धोखा देकर, 593 00:26:08,819 --> 00:26:12,364 कंपनी की साइट से तस्वीरें लेंगे, 594 00:26:12,448 --> 00:26:15,159 और लोगो वगैरह डाल देंगे। सब असली नज़र आता है। 595 00:26:15,242 --> 00:26:17,244 इसीलिए, लोग मोल-तोल करने की कोशिश करते हैं 596 00:26:17,328 --> 00:26:19,455 और वही लोग होते हैं जो दरअसल नकली चीज़ें खरीदने के 597 00:26:19,538 --> 00:26:20,581 जाल में फंस जाते हैं। 598 00:26:20,664 --> 00:26:23,083 इस अपराध में शामिल लोगों में कितने लोगों को ये पता है 599 00:26:24,376 --> 00:26:25,377 कि वे क्या कर रहे हैं? 600 00:26:25,461 --> 00:26:28,088 तो, वेब डेवेलपर, जो लोग वहाँ काम करते हैं, 601 00:26:28,172 --> 00:26:31,050 क्या उन्हें लगता है कि वे असली कंपनी के लिए काम करते हैं, या ये लगता है... 602 00:26:31,133 --> 00:26:33,302 क्या उन्हें पता होता है कि वे किसी अपराधी के लिए काम करते हैं? 603 00:26:33,385 --> 00:26:35,721 दोनों सूरतें हो सकती हैं। मतलब, एक अद्भुत कहानी है 604 00:26:35,804 --> 00:26:38,349 जहाँ चीन में एक पूरा का पूरा एपल स्टोर था 605 00:26:38,432 --> 00:26:39,558 जो असल में एपल स्टोर नहीं था। 606 00:26:39,641 --> 00:26:41,018 -छोड़ो भी। सच में? -हाँ। 607 00:26:41,101 --> 00:26:44,188 सभी ने जीनियस की टी-शर्टें पहनी हुई थीं, मतलब सब ब्रैंड वाली चीज़ें। 608 00:26:44,271 --> 00:26:46,398 उस दुकान के कर्मचारियों को लगा कि वे एपल के लिए काम करते हैं। 609 00:26:46,482 --> 00:26:47,941 -ये तो पागलपन है। -हाँ। 610 00:26:50,110 --> 00:26:53,906 जालसाज़ी जो है, इसका हर तरह के उद्योग पर असर हो रहा है। 611 00:26:53,989 --> 00:26:56,533 नकली दवाओं के चलते, 612 00:26:56,617 --> 00:26:58,577 हर साल 7,00,000 मौतें होती हैं। 613 00:26:58,660 --> 00:26:59,661 बाप रे। 614 00:26:59,745 --> 00:27:01,246 और यही असल में डर की बात है। 615 00:27:01,330 --> 00:27:02,456 आप लोगों की ज़िंदगियों के साथ खेलते हैं। 616 00:27:02,539 --> 00:27:04,666 अगर लोग ये सोचकर उन्हें खरीदेंगे कि उनसे फ़ायदा होगा, 617 00:27:04,750 --> 00:27:06,085 और अगर फ़ायदा न हुआ तो... 618 00:27:06,752 --> 00:27:08,045 खेल खत्म समझो। 619 00:27:08,128 --> 00:27:10,506 ऐसी और क्या चीज़ें हैं जिनके चलते सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा है? 620 00:27:10,589 --> 00:27:14,760 ये साबित हो चुका है कि आतंकवादी लोग हमले करने के लिए 621 00:27:14,843 --> 00:27:16,387 नकली चीज़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं। 622 00:27:16,470 --> 00:27:17,471 बाप रे। 623 00:27:17,554 --> 00:27:19,598 2015 की जनवरी में पेरिस में हुए हमले। 624 00:27:20,933 --> 00:27:24,770 शरीफ़ कुआची ने चीन में इंटरनेट पर नकली चीज़ें खरीदीं, 625 00:27:24,853 --> 00:27:26,647 और फिर पेरिस के बाज़ार में उन्हें बेचा, 626 00:27:26,730 --> 00:27:30,234 और 30,000 से लेकर 50,000 यूरो के बीच की कमाई की, 627 00:27:30,859 --> 00:27:33,862 जिसका इस्तेमाल करके वह ओमान 628 00:27:33,946 --> 00:27:36,365 और येमेन तक गया, अल-कायदा से ट्रेनिंग लेने। 629 00:27:36,448 --> 00:27:37,449 हे भगवान। 630 00:27:37,533 --> 00:27:39,034 तो, पेरिस में जो हमले हुए थे, उनका पैसा 631 00:27:39,118 --> 00:27:41,829 नकली टी-शर्ट और चीज़ों से आया। 632 00:27:41,912 --> 00:27:43,080 हाँ। 633 00:27:43,163 --> 00:27:44,998 पागलपन की हद है। बहुत ही दुःख की बात है। 634 00:27:45,457 --> 00:27:48,168 निवेश पर जो मुनाफ़ा होता है, वो अद्भुत है। 635 00:27:48,794 --> 00:27:52,047 अगर आप एक डॉलर से भी कम के खर्च में एक टी-शर्ट बनाते हैं, 636 00:27:52,131 --> 00:27:54,425 और फिर उस पर एक ब्रैंड का लेबल लगा देते हैं, 637 00:27:54,508 --> 00:27:58,679 तो अगर आप उसे 400 गुना में बेचते हैं, तो कुल मिलाकर काफ़ी फ़ायदा हो सकता है। 638 00:27:58,762 --> 00:28:03,016 और जालसाज़ी के कम ही ऐसे मामले होते हैं जिनमें जेल होती है। 639 00:28:03,684 --> 00:28:05,936 अधिकतर बार, आपको छोटा-मोटा जुर्माना भरना पड़ता है, 640 00:28:06,019 --> 00:28:08,439 उसके बाद आप फिर से, नए सिरे से कारोबार करना शुरू कर सकते हैं। 641 00:28:08,522 --> 00:28:11,567 मतलब, क्यों नहीं करेंगे अगर आप उतना मुनाफ़ा कमा सकते हैं? 642 00:28:12,317 --> 00:28:14,778 मुझे पता था कि जालसाज़ी के बारे में जानने से 643 00:28:14,862 --> 00:28:16,947 मैं एक आपराधिक अंडरवर्ल्ड में पहुँच सकता हूँ, 644 00:28:17,072 --> 00:28:19,158 पर मैंने सोचा था कि 645 00:28:19,241 --> 00:28:22,077 फ़ास्ट एन्ड फ़्यूरियस जैसा कोई मज़ेदार आपराधिक अंडरवर्ल्ड होगा, 646 00:28:22,161 --> 00:28:24,288 जिसमें तेज़ मशीनें और कमाल के नाम होंगे। 647 00:28:26,540 --> 00:28:29,168 रुकिए। मेरी अगली मुलाकात जिस बंदे के साथ है उसका नाम है... 648 00:28:30,294 --> 00:28:32,629 ट्रैपी। संदेह वाली कोई बात नहीं। 649 00:28:33,172 --> 00:28:35,299 और इसी निर्जन कागज़ के गोदाम में, 650 00:28:35,382 --> 00:28:37,593 जो किसी भूतिया पुरानी हवेली जैसा लगता है। 651 00:28:57,321 --> 00:28:58,614 ये कौन सी जगह है? 652 00:28:58,947 --> 00:29:01,617 यहाँ पर ड्रोन की रेसिंग होती है, या फिर ये कोई कागज़ गोदाम है? 653 00:29:01,700 --> 00:29:02,659 -वैसे... -या दोनो, शायद। 654 00:29:02,743 --> 00:29:04,161 पूरा हफ़्ते, ये कागज़ का गोदाम होता है, 655 00:29:04,244 --> 00:29:06,705 और सप्ताहांत में, हम यहाँ अपने रेस ट्रैक तैयार करते हैं। 656 00:29:09,583 --> 00:29:11,084 -हमारे पास वीडियो गॉगल्स हैं। -अच्छा। 657 00:29:11,168 --> 00:29:13,670 तो, हम ड्रोन के नज़रिए से देखते हैं। 658 00:29:13,754 --> 00:29:15,297 ड्रोन आप ही का प्रतिरूप है, 659 00:29:15,380 --> 00:29:18,091 और आपको किसी भी तरह के वातावरण में से आगे बढ़ना है। 660 00:29:21,220 --> 00:29:23,305 ये हवा में था। वो ठीक है। 661 00:29:25,432 --> 00:29:26,350 रफ़ैल "ट्रैपी" पर्कर सीईओ, टीम ब्लैकशीप 662 00:29:26,433 --> 00:29:29,520 ट्रैपी सप्ताहांत में, अपने दोस्त के गोदाम में सिर्फ़ ड्रोन की रेस नहीं लगाता। 663 00:29:29,603 --> 00:29:32,105 वह टीम ब्लैकशीप का मालिक भी है, 664 00:29:32,189 --> 00:29:35,192 जो शौकिया बाज़ार के लिए कई तरह के ड्रोन पुर्ज़े 665 00:29:35,275 --> 00:29:37,653 और साथ में कई और चीज़ें भी बनाती है। 666 00:29:38,237 --> 00:29:40,489 मुश्किल की बात ये है कि ड्रोन उद्योग में 667 00:29:40,572 --> 00:29:42,908 जालसाज़ी की बहुत ज़्यादा संभावना है। 668 00:29:43,367 --> 00:29:46,828 ट्रैपी की कंपनी उतनी बड़ी नहीं है कि टेड कवोरस जैसे किसी को रख सके। 669 00:29:47,246 --> 00:29:49,206 तो, वह जालसाज़ी करने वालों से एक कदम आगे कैसे रहता है? 670 00:29:50,958 --> 00:29:52,000 हमारे आकार की कंपनी, 671 00:29:52,084 --> 00:29:54,127 खासकर जिस बाज़ार में हैं, 672 00:29:54,211 --> 00:29:57,172 पेटेंट लागू करने को लेकर, या फिर पेटेंट होने की 673 00:29:57,256 --> 00:29:58,507 कारोबार में एक भी मिसाल नहीं है। 674 00:29:58,590 --> 00:30:00,259 क्योंकि जब तक आपको पेटेंट की मंज़ूरी मिलती है, 675 00:30:00,342 --> 00:30:02,844 वो चीज़ पुरानी हो चुकी होती है और बाज़ार में उपलब्ध नहीं होती। 676 00:30:02,928 --> 00:30:05,556 किस अलग-अलग तरह की जालसाज़ी से तुम्हारा सामना होता है? 677 00:30:05,639 --> 00:30:08,308 हम लोगों को तीन श्रेणियों में बाँटते हैं। 678 00:30:08,392 --> 00:30:09,935 एक वे होते हैं जो खुलकर जालसाज़ी करते हैं, 679 00:30:10,477 --> 00:30:13,021 जो ऐसी कोई चीज़ बनाएँगे जो हूबहू आपकी चीज़ जैसी होगी 680 00:30:13,105 --> 00:30:14,439 जिस पर आपका ब्रैंड लगा होगा। 681 00:30:14,523 --> 00:30:16,525 उसके बाद होते हैं प्रतिरूप बनाने वाले। 682 00:30:16,608 --> 00:30:18,986 वे ऐसी कोई चीज़ बनाएँगे जो देखने में आपकी चीज़ जैसी होगी, 683 00:30:19,069 --> 00:30:20,779 पर उस पर उनका अपना ब्रैंड होगा। 684 00:30:20,862 --> 00:30:22,281 और उसके बाद, नकल करने वाले 685 00:30:22,364 --> 00:30:24,491 आप ही की चीज़ को नए सिरे से बनाते हैं। 686 00:30:24,575 --> 00:30:26,451 तो, वे आपकी चीज़ का पुर्ज़ा-पुर्ज़ा खोलेंगे, 687 00:30:26,535 --> 00:30:28,495 उसके पीछे की प्रौद्योगिकी को, 688 00:30:28,579 --> 00:30:31,498 आरएन्डडी को समझेंगे, उसमें जो नवीनीकरण हुआ है, 689 00:30:31,582 --> 00:30:34,001 और उसी का इस्तेमाल करके, अपनी चीज़ बनाएँगे। 690 00:30:34,084 --> 00:30:36,211 आम तौर पर शायद छह महीने लग जाते हैं 691 00:30:36,295 --> 00:30:38,964 एक अच्छी नकल को बाज़ार में आने में। 692 00:30:39,047 --> 00:30:42,509 पर वो वक्त भी तेज़ी से कम होता जा रहा है। 693 00:30:42,593 --> 00:30:43,760 तो, पकड़ बनाए रखने की पूरी कोशिश है। 694 00:30:44,469 --> 00:30:46,930 तुम्हें इससे नुकसान होता है? इसमें कौन सी बात है जो... 695 00:30:47,014 --> 00:30:49,308 असली नुकसान होता है नकल करने वालों से 696 00:30:49,391 --> 00:30:52,019 जो बिना आरएन्डडी का खर्च उठाए, 697 00:30:52,102 --> 00:30:54,187 नवीनीकरण को ले लेते हैं। 698 00:30:54,855 --> 00:30:58,108 उसके बाद, उन्हें पूरी छूट होती है कि उसे बहुत कम दाम में बाज़ार में लाएँ 699 00:30:58,191 --> 00:30:59,693 और हमें वो स्वीकार करना पड़ता है। 700 00:30:59,776 --> 00:31:01,111 इसका मुकाबला कैसे करते हो? 701 00:31:01,194 --> 00:31:03,488 इन मसलों का हम बड़े ही नए तरीके से मुकाबला करते हैं। 702 00:31:03,572 --> 00:31:04,406 अच्छा। 703 00:31:04,489 --> 00:31:07,784 जब हमारी किसी चीज़ की नकल बनाई जाती है, तो हम नए रूप को लाने की कोशिश करते हैं 704 00:31:07,868 --> 00:31:10,162 जिसके चलते पूरा चक्कर फिर से चालू हो जाता है। 705 00:31:10,245 --> 00:31:11,455 मिसाल के तौर पर, ये वाली चीज़। 706 00:31:11,538 --> 00:31:13,165 ये एक रिमोट कंट्रोल लिंक है। 707 00:31:13,248 --> 00:31:15,042 ये 100 किलोमीटर की दूरी तक जाता है। 708 00:31:15,125 --> 00:31:17,544 ये एक बहुत ही उन्नत चीज़ है जो हमने बनाई है। 709 00:31:17,628 --> 00:31:19,546 इसमें आरएन्डडी बहुत हुआ है। 710 00:31:20,088 --> 00:31:23,175 आरएफ़ विशेषज्ञों ने दो साल से भी ज़्यादा इस पर काम किया है। 711 00:31:23,258 --> 00:31:25,594 और अब इसकी नकल उतने में बिक रही है जितना कि इस पर खर्च हुआ। 712 00:31:26,720 --> 00:31:28,472 पर, दो साल पहले, 713 00:31:28,555 --> 00:31:30,223 हमने अनुमान लगाया था कि ऐसा होगा 714 00:31:30,307 --> 00:31:32,893 और हमारे पास छुपी हुई विशेषताएँ हैं जो सामने आनी बाकी हैं। 715 00:31:32,976 --> 00:31:34,061 वाह। 716 00:31:34,144 --> 00:31:36,855 तो, समय के साथ-साथ, हम नए रूप निकालते रहते हैं 717 00:31:36,938 --> 00:31:38,106 जो पहले से उस चीज़ में होते हैं, 718 00:31:38,190 --> 00:31:41,193 और जो लोग नकल करने वालों से खरीदते हैं, उन्हें नए सिरे से खरीदने के लिए 719 00:31:41,276 --> 00:31:42,152 मजबूर करते हैं। 720 00:31:42,235 --> 00:31:44,571 जो उनके लिए ज़्यादा महंगा पड़ता है, 721 00:31:44,655 --> 00:31:47,366 और फिर, आखिरकार, उन्हें समझ में आता है 722 00:31:47,991 --> 00:31:49,785 और वे असल चीज़ को ही खरीदते हैं। 723 00:31:51,161 --> 00:31:53,080 कमाल की नई प्रौद्योगिकी के साथ, 724 00:31:53,163 --> 00:31:54,831 ड्रोन बाज़ार आगे बढ़ रहा है, 725 00:31:54,915 --> 00:31:58,585 जिसका नवीकरण उन्हें करना ही न पड़ता, अगर नकल करने वाले न होते। 726 00:31:58,669 --> 00:32:02,339 ये मानना मुश्किल है कि निर्माता और नकल करने वाले एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। 727 00:32:02,839 --> 00:32:05,884 पर ये प्राकृतिक अर्थव्यवस्था का 728 00:32:05,967 --> 00:32:07,886 और प्रकृति का हिस्सा है। 729 00:32:09,471 --> 00:32:11,932 निर्माताओं और नकल करने वालों के बीच का जो रिश्ता है 730 00:32:12,015 --> 00:32:14,559 वो शिकारी और मुर्दाखोर के रिश्ते जैसा ही है। 731 00:32:14,643 --> 00:32:15,852 बाप रे, कितना दम है मुझमें। 732 00:32:16,561 --> 00:32:18,689 तुम्हारे जैसों को खत्म करने में माहिर हूँ मैं। 733 00:32:19,064 --> 00:32:21,608 उनमें एक सहजीवी रिश्ता है, 734 00:32:21,733 --> 00:32:23,527 जो भले ही कभी-कभी विवादपूर्ण हो। 735 00:32:23,652 --> 00:32:26,071 बाप रे! देखो तो ज़रा इसे! 736 00:32:26,405 --> 00:32:28,615 ये तो बहुत ही अच्छा लग रहा है। मज़ाक तो नहीं कर रहे? 737 00:32:28,699 --> 00:32:30,826 अरे, अरे। दफ़ा हो जा, गिद्ध। 738 00:32:31,410 --> 00:32:33,120 दफ़ा हो जा! 739 00:32:34,287 --> 00:32:36,456 पेटेंट नामक बौद्धिक संपदा संरक्षण की मदद से, 740 00:32:36,540 --> 00:32:39,793 अर्थव्यवस्था में इस संतुलन को कायम रखा जाता है। 741 00:32:39,876 --> 00:32:41,712 इस शिकार पर मेरा अधिकार है। 742 00:32:42,295 --> 00:32:44,214 मैं ही इसका मालिक हूँ, इसलिए पीछे हो जाओ। 743 00:32:44,297 --> 00:32:45,757 अच्छा, ठीक है। समझ गया, समझ गया। 744 00:32:46,049 --> 00:32:47,384 तो, मुझे ताज़ा मांस नहीं मिलेगा। 745 00:32:47,467 --> 00:32:49,803 द्वितीय श्रेणी नागरिक की तरह, मुझे इसके सड़ने तक इंतज़ार करना होगा। 746 00:32:49,886 --> 00:32:50,887 हाँ, बिलकुल सही। 747 00:32:51,888 --> 00:32:52,889 अच्छा। 748 00:32:53,515 --> 00:32:54,975 निर्माता की तरह, शिकारी को भी... 749 00:32:55,058 --> 00:32:56,476 बड़ा नर्म है। 750 00:32:57,227 --> 00:33:00,355 ...अपनी मेहनत का फल मिलता है, कुछ देर का एकाधिकार... 751 00:33:01,273 --> 00:33:03,650 हाँ। ये हुई ना बात। 752 00:33:03,734 --> 00:33:06,695 ...जब वह अपने नवीकरण के मज़े लूट सकता है। 753 00:33:06,778 --> 00:33:09,239 चलो भी, यार। बहुत हो गया। अब मेरी बारी है मज़ा करने की। 754 00:33:09,322 --> 00:33:10,198 नहीं! 755 00:33:11,700 --> 00:33:12,993 नहीं! नहीं! 756 00:33:13,577 --> 00:33:14,411 मेरी आँखें! 757 00:33:14,494 --> 00:33:16,872 ये मेरा है। पूरे का पूरा। 758 00:33:16,955 --> 00:33:18,498 और मैं कल के लिए कुछ रखूँगा 759 00:33:18,582 --> 00:33:20,917 और फिर उसके अगले दिन कुछ। 760 00:33:21,001 --> 00:33:23,420 मेरे संरक्षण की मेहरबानी से। 761 00:33:25,422 --> 00:33:26,631 -बस करो! -मुझे कोई जल्दी नहीं है। 762 00:33:26,715 --> 00:33:27,716 मेरी चोंच! 763 00:33:28,383 --> 00:33:30,177 असल में, थोड़ा सो लेता हूँ। 764 00:33:30,260 --> 00:33:34,806 जब पेटेंट संरक्षण बहुत दमदार होता है, तो नवीकरण ज़्यादा नहीं होता। 765 00:33:34,890 --> 00:33:38,477 निर्माता को अपने अगले शिकार की भूख नहीं होती। 766 00:33:40,103 --> 00:33:42,272 पर, अगर कोई संरक्षण हो ही नहीं, 767 00:33:42,355 --> 00:33:44,316 तो मुर्दाखोर आसानी से घुस आएँगे। 768 00:33:44,399 --> 00:33:47,486 चलो घुसो, यार। लाश के मज़े लूटो। 769 00:33:48,153 --> 00:33:49,905 क्या? छोड़ो भी! 770 00:33:49,988 --> 00:33:50,989 हाँ। 771 00:33:51,072 --> 00:33:54,367 यहीं पर मुर्दाखोर सीधे-सादे भीखमंगे से बदलकर जानलेवा उपजीवी बन जाता है। 772 00:33:54,451 --> 00:33:55,869 अब वक्त है गिद्ध का! 773 00:33:56,620 --> 00:33:59,498 अगर शिकारी अपने शिकार का लाभ न उठा पाए... 774 00:33:59,581 --> 00:34:00,874 कितना घटिया है। 775 00:34:00,957 --> 00:34:04,044 ...तो उसके पास अगले शिकार के लिए साधन नहीं होंगे। 776 00:34:04,544 --> 00:34:07,214 ठीक उसी तरह जब निर्माताओं को अपनी बनाई चीज़ से कोई कमाई नहीं होती, 777 00:34:07,297 --> 00:34:10,008 तो अगले बड़े नवोन्मेष के शोध और विकास के लिए, 778 00:34:10,091 --> 00:34:12,010 उनके पास पैसे नहीं होते। 779 00:34:12,093 --> 00:34:14,846 पता है मैं कितनी देर तक झाड़ियों में दुबककर, 780 00:34:15,514 --> 00:34:18,058 इस पर नज़र जमाए बैठा था, विकलांग टर्की? 781 00:34:18,141 --> 00:34:19,518 -ओए। -ओए! 782 00:34:20,227 --> 00:34:22,979 अर्थव्यवस्था की तरह, प्रकृति भी कठोर हो सकती है। 783 00:34:23,063 --> 00:34:24,940 एक बात कहूँ? मुझे नहीं लड़ना। मुझे नहीं लड़ना। 784 00:34:25,482 --> 00:34:28,610 आगे से खुद ही हिरन का शिकार करना। 785 00:34:28,693 --> 00:34:29,694 ठीक है। 786 00:34:29,778 --> 00:34:31,571 इस स्थिति में, अगर शिकारी से वो खाना नहीं मिलेगा 787 00:34:31,655 --> 00:34:34,157 जो पारितंत्र को संभाले रखने के लिए ज़रूरी है, 788 00:34:34,241 --> 00:34:35,992 तो दोनों की मौत हो जाएगी। 789 00:34:36,076 --> 00:34:39,704 उनकी ढीली चमड़ी उनके कमज़ोर कंकाल से उतरकर रह जाएगी 790 00:34:39,788 --> 00:34:41,748 और अगर इनकी किस्मत अच्छी रही, तो उसे कोट बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा। 791 00:34:41,832 --> 00:34:44,584 -बाप रे! -हमें सुनाई दे रहा है। 792 00:34:44,668 --> 00:34:45,794 ये ठीक नहीं है। 793 00:34:45,877 --> 00:34:46,837 माफ़ करना। 794 00:34:46,920 --> 00:34:48,964 पता है, तुम्हें इज़्ज़त देने के लिए, मैं तुम्हारे बने कपड़े कभी नहीं पहनूँगा। 795 00:34:50,131 --> 00:34:51,550 शुक्रिया, और मैं भी तुम्हारे बने कपड़े कभी नहीं पहनूँगा। 796 00:34:51,633 --> 00:34:52,676 -शुक्रिया। -हाँ। 797 00:34:52,759 --> 00:34:54,261 -उम्मीद है तुमने कुछ सीखा होगा। -हाँ। 798 00:34:54,344 --> 00:34:55,428 -तुम्हारी ज़िंदगी अच्छी कटे। -तुम्हारी भी। 799 00:34:55,512 --> 00:34:56,429 फिर मिलेंगे। 800 00:34:58,807 --> 00:35:00,308 सैन फ़्रांसिस्को 801 00:35:00,392 --> 00:35:02,018 कैलिफ़ोर्निया 802 00:35:08,900 --> 00:35:13,405 औरों के विचारों की नकल उतारने की आज़ादी, नवोन्मेष का एक अहम हिस्सा है। 803 00:35:13,488 --> 00:35:15,866 कुछ उद्योग ऐसे वातावरण में फलते हैं 804 00:35:15,949 --> 00:35:18,702 जहाँ नकल करने वाले और निर्माता मिल-जुलकर रहते हैं। 805 00:35:18,785 --> 00:35:20,203 जो लोग इस काम में माहिर हैं, 806 00:35:20,287 --> 00:35:22,706 उन्हें काफ़ी कमाई हो सकती है जैसे कि उसका फ़ैशन खत्म हो रहा हो। 807 00:35:23,915 --> 00:35:27,335 विलास डिज़ाइनर के सस्ते प्रारूप को लेकर एक अद्भुत बात ये है 808 00:35:27,419 --> 00:35:29,421 कि वो शुरुआती नशा है जिससे लत सी लग जाती है। 809 00:35:29,504 --> 00:35:32,966 आप उसे ज़रा सा चखते हैं तो ब्रैंड को लेकर उत्तेजित हो उठते हैं, 810 00:35:33,049 --> 00:35:34,467 नकली वाले पहनते हैं तो सोचते हैं, 811 00:35:34,551 --> 00:35:37,053 "वाह, मुझे सच में असली वाला गूची खरीदना है।" 812 00:35:37,470 --> 00:35:40,181 इसलिए, वो फ़ैशन के नशे की हेरोइन है। 813 00:35:42,225 --> 00:35:45,270 जोएना ब्लेक्ली मीडिया पर केन्द्रित एक विशेषज्ञ दल चलाती हैं 814 00:35:45,353 --> 00:35:48,481 जिसने यू.एस. में बौद्धिक संपदा नियमों की जांच की है 815 00:35:48,565 --> 00:35:50,734 और साथ ही नवोन्मेष पर उनके प्रभाव की। 816 00:35:51,151 --> 00:35:54,112 सस्ते प्रारूप और नकली चीज़ में क्या अंतर है? 817 00:35:54,195 --> 00:35:57,198 फ़ैशन उद्योग में सस्ते प्रारूप 818 00:35:57,282 --> 00:35:58,575 पूरी तरह से वैध हैं। 819 00:35:58,658 --> 00:36:02,913 और इसका ये मतलब है कि किसी ने किसी और के डिज़ाइन के आधार पर 820 00:36:02,996 --> 00:36:04,247 एक दूसरा डिज़ाइन तैयार किया है। 821 00:36:04,664 --> 00:36:06,791 तो, उस सब का मालिक कोई नहीं होता। 822 00:36:06,875 --> 00:36:09,044 फ़ैशन उद्योग में लोगों के पास जो चीज़ होती है, 823 00:36:09,127 --> 00:36:11,254 और मुझे लगता है कारोबार के लिए ये बहुत अच्छी बात है, 824 00:36:11,338 --> 00:36:12,797 वो ये कि उनका नाम उनका अपना होता है। 825 00:36:12,881 --> 00:36:15,884 पंजीकृत ट्रेड मार्क, ब्रैंड उनका अपना होता है। 826 00:36:15,967 --> 00:36:16,968 दिलचस्प बात है। 827 00:36:17,052 --> 00:36:20,138 ये जो इतने महंगे-महंगे बैगों पर लोगो लदे पड़े होते हैं, 828 00:36:20,221 --> 00:36:22,307 उसकी एक वजह ये है 829 00:36:22,390 --> 00:36:26,102 कि सस्ते प्रारूप निकालने वाले इस एक चीज़ की नकल नहीं कर सकते। 830 00:36:26,519 --> 00:36:27,520 अच्छा, समझ गया। 831 00:36:27,604 --> 00:36:31,066 तो, अगर लोगो ड्रेस के डिज़ाइन का ही एक हिस्सा हो, 832 00:36:31,149 --> 00:36:32,776 तो उसकी नकल उतारना सच में मुश्किल है। 833 00:36:33,276 --> 00:36:36,237 इसलिए, इसी बात से ग्राहकों को इस बात की समझ होती है 834 00:36:36,321 --> 00:36:38,031 कि वे क्या खरीद रहे हैं। 835 00:36:38,114 --> 00:36:39,699 जो एक अच्छी बात है। लोगों को पता होना चाहिए। 836 00:36:39,783 --> 00:36:41,117 वे सोच-समझकर फ़ैसला कर रहे हैं। 837 00:36:41,201 --> 00:36:42,577 अच्छा, तो आपकी बात समझ रहा हूँ। 838 00:36:42,661 --> 00:36:46,456 तो, अगर कोई बड़ा ब्रैंड अपना हैंडबैग बेच रहा है... 839 00:36:46,539 --> 00:36:48,041 पता नहीं, हैंडबैग कितने के होते हैं? 840 00:36:48,625 --> 00:36:49,793 -बेहिसाब। -अच्छा। 841 00:36:49,918 --> 00:36:51,628 -बेहिसाब दाम के। -हज़ारों? 842 00:36:51,711 --> 00:36:53,380 -हाँ, हाँ। -अच्छा, एक बैग के 10,000 डॉलर? 843 00:36:53,463 --> 00:36:55,298 -हाँ, हाँ! -सच? ये आम बात है? 844 00:36:55,382 --> 00:36:56,758 -और ज़्यादा? -बार्नीज़ जाकर देखो! 845 00:36:57,384 --> 00:36:59,511 -नहीं! -नहीं, नहीं, नहीं। 846 00:36:59,594 --> 00:37:01,179 आपकी साँस अटकी की अटकी रह जाएगी। 847 00:37:01,262 --> 00:37:03,932 अच्छा, तो मान लेते हैं 10,000 डॉलर का बैग, 848 00:37:04,015 --> 00:37:06,101 और कोई दूसरा वैसा ही एक बैग बनाता है, 849 00:37:06,184 --> 00:37:08,770 पर उसमें लोगो नहीं है। 850 00:37:08,853 --> 00:37:11,648 -उसमें कोई एतराज़ नहीं? -कोई एतराज़ नहीं। 851 00:37:11,731 --> 00:37:15,402 क्योंकि फ़ैशन के जो डिज़ाइन होते हैं, वो काम में आने वाली चीज़ें होती हैं। 852 00:37:16,111 --> 00:37:19,823 और क्योंकि वो काम में आने वाली चीज़ें होती हैं, 853 00:37:19,906 --> 00:37:23,410 उन पर कापीराइट संरक्षण नहीं लगाया जा सकता। 854 00:37:24,285 --> 00:37:26,913 जो एक बड़ी विडम्बना है क्योंकि हम फ़ैशन को 855 00:37:26,997 --> 00:37:28,999 बहुत ही असाधारण और मज़ेदार समझते हैं 856 00:37:29,082 --> 00:37:30,625 जिसकी कोई ज़रूरत नहीं। 857 00:37:30,750 --> 00:37:33,044 हम वो असली मकसद ही भूल जाते हैं, 858 00:37:33,128 --> 00:37:34,587 जो है नंगे शरीरों को ढकना। 859 00:37:34,671 --> 00:37:36,589 हाँ, और इसका फ़ायदा क्या है? 860 00:37:36,673 --> 00:37:40,760 कापीराइट संरक्षण नहीं है, 861 00:37:40,844 --> 00:37:44,431 इसलिए फ़ैशन ने खुद को एक कला के रूप में बुलंद कर लिया है। 862 00:37:49,269 --> 00:37:52,313 किसी भी उद्योग में बहुत बड़ी मात्रा में 863 00:37:52,397 --> 00:37:53,898 प्रोत्साहन जगह बना लेता है 864 00:37:53,982 --> 00:37:56,234 जहाँ किसी भी पल आपको धोखा हो सकता है। 865 00:37:58,028 --> 00:37:59,487 इन विलास डिज़ाइनरों को धोखा देना 866 00:37:59,571 --> 00:38:01,698 एक विज्ञान का रूप ले चुका है। 867 00:38:01,781 --> 00:38:03,867 और हाँ, वे इसके बारे में शिकायत करते हैं, 868 00:38:03,950 --> 00:38:07,579 पर आखिरकार, जब भी कोई सस्ता प्रारूप तैयार होता है, 869 00:38:07,662 --> 00:38:09,456 तो उसका यह अर्थ होता है कि आपने एक चलन स्थापित किया है। 870 00:38:09,539 --> 00:38:10,790 आपके नकली प्रारूप तैयार किए गए हैं। 871 00:38:10,874 --> 00:38:14,002 आप ही हैं जिसने प्रचलित रीत को समझा है, ये आपकी सफलता है। 872 00:38:14,085 --> 00:38:15,503 -सेहरा आपके सिर बंधता है। -अच्छा। 873 00:38:16,463 --> 00:38:18,715 पर इसका ये मतलब है कि जिन्होंने चलन स्थापित किया है, 874 00:38:18,798 --> 00:38:20,425 उन्हें वहाँ से रफ़ा-दफ़ा होना होगा। 875 00:38:21,176 --> 00:38:23,178 -उन्हें अगली बड़ी चीज़ खोजनी होगी। -अब ये बात ठीक नहीं है। 876 00:38:23,261 --> 00:38:25,055 नहीं, वे नहीं... 877 00:38:25,138 --> 00:38:27,265 वे इस दल का हिस्सा नहीं बन सकते। 878 00:38:27,348 --> 00:38:28,433 नहीं, नहीं, नहीं। 879 00:38:28,850 --> 00:38:29,684 अच्छा। 880 00:38:29,768 --> 00:38:31,978 और दिलचस्प बात ये है 881 00:38:32,062 --> 00:38:36,024 कि कई और ऐसे उद्योग हैं जिन्हें कापीराइट से संरक्षित नहीं किया जा सकता। 882 00:38:36,399 --> 00:38:39,611 पाक शैली। शेफ़ जो भी पकाते हैं, वे उसके मालिक नहीं होते। 883 00:38:39,694 --> 00:38:40,695 फ़र्नीचर। 884 00:38:40,779 --> 00:38:42,947 क्योंकि वो कामकाज की चीज़ें होती हैं, 885 00:38:43,031 --> 00:38:46,242 मशहूर से मशहूर डिज़ाइनर भी अपने डिज़ाइन के मालिक नहीं होते। 886 00:38:46,326 --> 00:38:47,744 कॉमीडियन भी। 887 00:38:47,827 --> 00:38:51,372 कॉमीडियन लोगों का अपना अलग स्टाइल होता है क्योंकि चुटकुले उनके खुद के नहीं होते। 888 00:38:51,456 --> 00:38:54,459 विडम्बना की बात ये है कि ये बात कारोबार के लिए अच्छी है। 889 00:38:54,542 --> 00:38:59,589 जब आप लगातार नई चीज़ों की इच्छा को उत्पन्न करते हैं, 890 00:39:00,507 --> 00:39:02,967 पूंजीवाद अर्थव्यवस्था में ये एक अच्छी बात होती है। 891 00:39:03,885 --> 00:39:07,514 कुशल नवीनीकरण का मतलब हो सकता है एक कमाल का नया विचार, 892 00:39:07,597 --> 00:39:09,808 या फिर नए तरीके से किसी और के विचार की चोरी करना। 893 00:39:09,891 --> 00:39:11,351 लॉस एंजेलिस 894 00:39:11,434 --> 00:39:12,477 कैलिफ़ोर्निया 895 00:39:12,936 --> 00:39:17,649 और अगर कोई शहर है जो एक अकेले, मौलिक विचार को लेकर, 896 00:39:18,066 --> 00:39:21,486 उसे आगे-पीछे घुमाने के लिए मशहूर है, तो वो है टिंसलटाउन। 897 00:39:22,195 --> 00:39:23,238 ये लीजिए। 898 00:39:23,321 --> 00:39:25,532 -असाइलम की गोद में। -वाह। 899 00:39:26,116 --> 00:39:28,201 असाइलम स्टुडियोज़ में आपका स्वागत है, 900 00:39:28,284 --> 00:39:30,662 जो उनकी बेहद मशहूर रचना के लिए माना जाता है... 901 00:39:30,745 --> 00:39:32,664 शार्कनेडो 902 00:39:32,747 --> 00:39:34,582 आप इस बदमाश को ज़रूर पहचानते होंगे। 903 00:39:34,666 --> 00:39:37,710 ये वो शार्क है जो शार्कनेडो 3 में ग्रहपथ में प्रवेश करते वक्त 904 00:39:37,794 --> 00:39:39,087 झुलस गई थी। 905 00:39:39,170 --> 00:39:40,755 हाँ, शार्क तो नहीं बची। 906 00:39:40,839 --> 00:39:42,298 -बेचारी। -दुःख की बात है। 907 00:39:42,382 --> 00:39:47,220 जहाँ छह शार्कनेडो हैं, डेविड लैट और उनके साथ पॉल बेल्स ने 908 00:39:47,303 --> 00:39:50,390 "मॉकबस्टर्स" की बिना पर अपना साम्राज्य खड़ा किया। 909 00:39:50,473 --> 00:39:52,934 250 से भी ज़्यादा फ़िल्मों का निर्माण करके, 910 00:39:53,017 --> 00:39:56,729 ये लोग साल के 300 लाख डॉलर से भी ज़्यादा की कमाई करते हैं। 911 00:39:57,105 --> 00:39:59,774 -आपने थॉर बनाई? -थॉर का एक प्रारूप बनाया था। 912 00:39:59,899 --> 00:40:02,235 -थॉर का गैर सरकारी कार्यक्षेत्र प्रारूप। -दिलचस्प बात है। 913 00:40:02,318 --> 00:40:04,112 मुझे नहीं पता था वो... 914 00:40:04,195 --> 00:40:05,655 हाँ, उन्हें भी नहीं पता था। 915 00:40:05,738 --> 00:40:07,323 खैर, तो, यहाँ पर... 916 00:40:07,949 --> 00:40:10,660 दरअसल, आपको जितना कम ये पता होता है कि कौन सी फ़िल्म देख रहे हैं, 917 00:40:10,743 --> 00:40:12,120 उतनी ज़्यादा वो सफल होती है। 918 00:40:13,037 --> 00:40:17,250 आप लोग मॉकबस्टर बनाने के लिए जाने जाते हैं। 919 00:40:17,333 --> 00:40:19,002 क्या आप बता सकते हैं कि वो क्या है? 920 00:40:19,294 --> 00:40:20,920 मुझे ये शब्द बहुत पसंद है। सही शब्द कहा? 921 00:40:21,004 --> 00:40:24,507 ये सही शब्द है। इसका ट्रेड मार्क वगैरह, सब कुछ है, इसलिए... 922 00:40:24,591 --> 00:40:25,967 जो सच बात है। 923 00:40:26,050 --> 00:40:28,803 तो, अगर कोई इसे चुराने की कोशिश करता है, तो वह बहुत बुरा फंसेगा। 924 00:40:28,887 --> 00:40:32,432 मॉकबस्टिंग का मतलब है, किसी भी वक्त पर स्टूडियो जो भी करते हैं, 925 00:40:32,515 --> 00:40:34,142 उसी का एक प्रारूप तैयार करना। 926 00:40:34,225 --> 00:40:37,854 तो, अगर विशालकाय परिवर्तित होने वाले रोबोट को लेकर कोई फ़िल्म है 927 00:40:37,937 --> 00:40:40,481 जिसका नाम ट्रांसफ़ॉर्मर्स है तो हम शायद ट्रांसमॉर्फ़र्स बनाएँगे। 928 00:40:41,107 --> 00:40:42,066 निकलो! 929 00:40:42,150 --> 00:40:44,986 ट्रांसमॉर्फ़र्स, 2007 असाइलम स्टुडियोज़ 930 00:40:45,069 --> 00:40:47,739 दल को वापस बुला लो, ब्लैकथॉर्न, दफ़ा हो जाओ यहाँ से। 931 00:40:49,032 --> 00:40:50,325 आपने प्रारूप तैयार करने की बात की, 932 00:40:50,867 --> 00:40:52,785 जो बड़े स्टूडियो करते हैं। ये प्रारूप बनाना क्या है? 933 00:40:53,369 --> 00:40:56,873 प्रारूप तैयार करना एक विनम्र, भला शब्द है 934 00:40:56,956 --> 00:40:59,167 जिसका इस्तेमाल सदियों से स्टूडियो करते आए हैं, 935 00:40:59,459 --> 00:41:01,252 जो मूल रूप से मॉकबस्टिंग ही है। 936 00:41:01,336 --> 00:41:02,503 वे ये देखने की कोशिश करते है... 937 00:41:02,587 --> 00:41:04,923 मैं पैरामाउंट हूँ, वे वॉर्नर ब्रदर्स, यूनिवर्सल को देखते हैं और कहते हैं, 938 00:41:05,006 --> 00:41:06,758 "वो एक स्टार वॉर्स फ़िल्म बना रहे हैं, 939 00:41:06,841 --> 00:41:09,010 "पैसा कमाने के लिए, मुझे भी एक 940 00:41:09,344 --> 00:41:10,595 "अंतरिक्ष वाली फ़िल्म बनानी चाहिए, 941 00:41:10,678 --> 00:41:13,681 "क्योंकि इसे लेकर प्रचार और प्रेस वाले चारों ओर फैले हुए होंगे।" 942 00:41:13,765 --> 00:41:16,184 कई साल पहले, डा विंची कोड निकली थी, 943 00:41:16,267 --> 00:41:18,978 और हमने द डा विंची ट्रेज़र नामक एक फ़िल्म निकाली। 944 00:41:20,104 --> 00:41:23,316 स्टूडियो को डा विंची कोड के आपके प्रारूप से कोई एतराज़ हुआ? 945 00:41:23,399 --> 00:41:25,610 मुझे लगता है उन्हें अपना प्रारूप पसंद आया। 946 00:41:25,693 --> 00:41:28,696 हाँ, पर उसका कहानी से कोई लेना-देना नहीं था। 947 00:41:28,780 --> 00:41:31,324 वो बस एक तिजारत थी। एक स्टूडियो कह रहा था, 948 00:41:31,407 --> 00:41:35,078 "तुम्हारे अक्षरों में जो 'ए' है, वो हमारे अक्षरों के 'ए' के बहुत करीब है।" 949 00:41:35,161 --> 00:41:36,913 और हमने अक्षरों को बदल दिया, 950 00:41:36,996 --> 00:41:38,957 और जैसा सोचा था, फ़िल्म वैसे ही रिलीज़ हुई। 951 00:41:40,500 --> 00:41:44,545 फ़िल्म कारोबार में अकसर एक जैसी कहानियाँ देखने को मिलती हैं 952 00:41:44,629 --> 00:41:46,422 जो बाज़ार में काफ़ी सफल रहती हैं। 953 00:41:47,590 --> 00:41:52,095 1998 में, अंतरिक्ष से उड़ते हुए रॉकेट धरती को बर्बाद करते-करते बचे। दो बार। 954 00:41:52,762 --> 00:41:56,140 पहले आई डीप इंपैक्ट, और दो महीने बाद आई आर्मगैडन। 955 00:41:56,224 --> 00:41:59,352 और तुम छोटे बुद्धिजीवियों के लिए, इन दो फ़िल्मों की जगह 956 00:41:59,435 --> 00:42:01,854 द अवेंजर्स और जस्टिस लीग को ले लो। 957 00:42:03,898 --> 00:42:05,858 मेरी जानने की इच्छा जो है, उसमें थोड़ा स्वार्थ है, 958 00:42:05,942 --> 00:42:07,318 क्योंकि मैं एक अभिनेता हूँ, है ना? 959 00:42:07,402 --> 00:42:10,655 और मुझे ऐसे लोग पसंद नहीं जो हमारी फ़िल्मों की चोरी करते हैं, है ना? 960 00:42:10,738 --> 00:42:14,450 हैरल्ड एन्ड कुमार गो टू द व्हाइट कैसल की डीवीडी का पहला अंश था, 961 00:42:14,534 --> 00:42:15,660 उसने 500 लाख डॉलर की कमाई की थी। 962 00:42:15,743 --> 00:42:17,537 मुझे लगता है। अगर मुझे ठीक से याद हो तो। 963 00:42:17,620 --> 00:42:20,957 पर उसके बाद, लोगों ने मुफ़्त में ही, गैरकानूनी तरीके से उसे डाउनलोड कर लिया। 964 00:42:21,040 --> 00:42:22,417 वो कमाई मिली ही नहीं। 965 00:42:22,500 --> 00:42:24,919 इसके दूसरी तरफ़, एक अश्लील-पैरोडी है 966 00:42:25,003 --> 00:42:26,879 हैरल्ड एन्ड कुमार एस्केप फ़्रॉम गुआनटानमो बे 967 00:42:26,963 --> 00:42:28,298 जो मेरे हिसाब से कमाल की है। 968 00:42:28,381 --> 00:42:30,633 क्योंकि उन्होंने उसे उतना ही बदला 969 00:42:30,717 --> 00:42:32,719 कि उससे साफ़ बयान हुआ कि उन्हें क्या चाहिए। 970 00:42:32,802 --> 00:42:35,096 शायद उसका नाम "फ़ैरल्ड एन्ड फ़ूबार" जैसा कुछ है। 971 00:42:35,722 --> 00:42:38,558 बौद्धिक संपदा को लेकर वो रेखा है कहाँ? 972 00:42:38,641 --> 00:42:41,936 आप ये कैसे सुनिश्चित करते हैं कि आईपी कानून का उल्लंघन न करते हुए भी 973 00:42:42,020 --> 00:42:44,272 उस बात का फ़ायदा उठाते हैं जो आपको लगता है 974 00:42:44,355 --> 00:42:45,481 कि जनता को पसंद है? 975 00:42:45,565 --> 00:42:48,401 मुझे लगता है आपको ये समझना होगा कि चोरी करना क्या है, 976 00:42:48,484 --> 00:42:50,987 जो मॉकबस्टिंग या प्रारूप तैयार करने से अलग है। 977 00:42:51,070 --> 00:42:54,532 अगर आप ट्रांसफ़ॉर्मर्स या ट्रांसमॉर्फ़र्स को गैरकानूनी तरीके से 978 00:42:54,615 --> 00:42:57,535 डाउनलोड करते हैं, और उसे देखने के पैसे नहीं देते, 979 00:42:57,618 --> 00:42:58,953 तो आप चोरी करते हैं। 980 00:42:59,037 --> 00:43:00,288 हम जो कर रहे हैं, उसमें फ़र्क ये है 981 00:43:00,371 --> 00:43:03,041 कि हम रोबोट को लेकर एक फ़िल्म बना रहे हैं, ठीक है? 982 00:43:03,124 --> 00:43:06,794 हम उनकी कहानी नहीं चुरा रहे, सितारों की चोरी नहीं कर रहे। 983 00:43:06,878 --> 00:43:08,421 मार्क वॉलबर्ग हमारी फ़िल्म का हिस्सा नहीं है। 984 00:43:08,504 --> 00:43:12,467 हमारी फ़िल्म में मार्क स्टॉलबर्ग है। है ना, और... 985 00:43:12,550 --> 00:43:13,634 नहीं, वो अश्लील वाला प्रारूप है। 986 00:43:13,718 --> 00:43:14,886 वो अश्लील वाला प्रारूप है। 987 00:43:15,845 --> 00:43:19,599 द डा विंची ट्रेज़र का नाम ऑस्कर के लिए कोई नहीं सुझाएगा। 988 00:43:19,682 --> 00:43:21,768 पर इस बात के उदाहरण हैं कि कैसे नकल करने से 989 00:43:21,851 --> 00:43:25,772 नवोन्मेष होता है जो एक उद्योग को पकड़कर रखने के बजाए, 990 00:43:25,855 --> 00:43:27,440 आगे ले जाता है। 991 00:43:27,523 --> 00:43:29,317 निर्धारित दवाओं के बारे सोचिए। 992 00:43:29,650 --> 00:43:32,320 एफ़टीए नई दवाओं को पेटेंट देता है, 993 00:43:32,403 --> 00:43:34,530 इसलिए कंपनियाँ उन्हें बनाकर पैसे कमा सकती हैं। 994 00:43:34,614 --> 00:43:36,240 पर जब पेटेंट हटा लिया जाता है, 995 00:43:36,324 --> 00:43:37,658 तो साधारण दवाइयाँ पहुँच जाती हैं, 996 00:43:37,742 --> 00:43:40,995 जिससे प्रतिद्वंद्विता बढ़ जाती है और कीमतें बहुत घट जाती हैं। 997 00:43:41,079 --> 00:43:42,914 बाज़ारों में मिलने वाले साधारण ब्रैंड में 998 00:43:42,997 --> 00:43:45,875 शायद वही सब हो जो खास ब्रैंड में होता है, 999 00:43:45,958 --> 00:43:49,045 पर प्रचार की कमी और साधारण पैकिंग जैसे कारणों के चलते, 1000 00:43:49,128 --> 00:43:50,588 उनके दाम काफ़ी कम होते हैं। 1001 00:43:51,089 --> 00:43:53,091 अगर कोई अर्थव्यवस्था एक संतुलन कायम कर सकती है 1002 00:43:53,174 --> 00:43:55,051 आईपी को बचाने 1003 00:43:55,134 --> 00:43:57,804 और नकल करने वालों द्वारा नवोन्मेष को आगे ले जाने में, 1004 00:43:57,887 --> 00:44:01,099 या फिर बेहतर दामों पर चीज़ें उपलब्ध करवाने में, 1005 00:44:01,182 --> 00:44:03,976 तो ऐसा लगता है कि जालसाज़ी का कुछ तो हाथ है, 1006 00:44:04,060 --> 00:44:05,311 भले ही वो हीरो न हो। 1007 00:44:05,395 --> 00:44:07,438 कभी-कभी जालसाजी नवोन्मेष को जन्म देती है, 1008 00:44:07,522 --> 00:44:09,148 कभी-कभी कुछ बुरा होता है, 1009 00:44:09,232 --> 00:44:12,110 और कभी-कभी ये होता है। 1010 00:44:12,193 --> 00:44:14,404 फ़ैरल्ड एन्ड फ़ूबार नंगी औरतों की पूल पार्टी 1011 00:44:14,487 --> 00:44:17,198 पर सिनेमा के जिन बुद्धिजीवियों ने ये कलाकृति तैयार की, 1012 00:44:17,281 --> 00:44:18,574 उन्होंने हमें आपको ये दिखाने नहीं दिया। 1013 00:44:18,658 --> 00:44:20,701 तो उनकी बौद्धिक संपदा का सम्मान करते हुए, 1014 00:44:20,785 --> 00:44:21,869 हमने अपना प्रारूप तैयार कर लिया। 1015 00:44:57,488 --> 00:44:58,406 अभिनय! 1016 00:45:03,286 --> 00:45:04,287 हाँ। 1017 00:45:04,370 --> 00:45:05,538 साला। ओह, साला। 1018 00:45:05,955 --> 00:45:07,790 खाने से पहले, मांस को देख लेता हूँ। 1019 00:45:07,874 --> 00:45:10,668 ये तो... ये बहुत ही घटिया मांस है। 1020 00:45:12,044 --> 00:45:13,671 अविश्वसनीय है। 1021 00:45:13,754 --> 00:45:16,716 पता है मैं कितनी देर तक झाड़ियों में दुबककर, 1022 00:45:16,799 --> 00:45:18,885 एक विकृत आदमी की तरह, इस पर नज़र जमाए बैठा था? 1023 00:45:19,635 --> 00:45:21,512 हाँ, कपड़े तो तुमने वैसे ही पहने हैं। 1024 00:45:21,846 --> 00:45:22,889 तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?